नशेड़ियों ने मांगा कफ सिरप, नहीं मिलने पर ग्रामीण चिकित्सक को मार डाला।
जागरण संवाददाता, बुढ़मू (रांची)। रविवार सुबह आठ बजे बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव में रहकर ग्रामीणों को चिकित्सा सेवा देने वाले चिकित्सक स्वपन दास की गला रेत कर हत्या कर दी गई। हत्या के संदेह में ग्रामीणों ने गांव के ही वारिस अंसारी को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह में स्वपन दास के किराये के कमरे से चिल्लाने की आवाज पर ग्रामीण कमरे के पास गए। वहां देखा कि स्वपन दास का कमरा अंदर से बंद है और कमरा में वारिस अंसारी मौजूद है। इसके बाद ग्रामीणों ने किसी तरह कमरा को खोला तो देखा कि स्वपन दास खून से लथपथ गिरा हुआ है वारिस अंसारी कमरा में मौजूद है। इसके बाद ग्रामीणों ने वारिस को पकड़कर पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर बुढ़मू पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और आरोपी को अपनी गिरफ्त में लिया। एफएसएल टीम को बुलाया गया। टीम ने मतवे पहुंचकर नमूना एकत्रित किया। पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। पुलिस हत्या के कारणों की जानकारी जुटा रही है। छानबीन जारी है। मृतक मूलतः पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना जिला के राजापुर गांव का रहने वाला था और मतवे गांव में करीब दस वर्षों से तबारक अंसारी के घर में किराए पर रहता था। ग्रामीणों ने हत्या का प्राथमिक कारण जो बताया उसके अनुसार आरोपी डॉक्टर के यहां जाकर नशा वाला कप सिरप मांगा जिसे उपलब्ध नहीं होने की बात चिकित्सक ने कही। इस पर वारिस और उसके साथ आया युवक तथा डॉक्टर के बीच विवाद बढ़ गया। युवकों ने आवेश में आकर डॉक्टर के ही औजारों से उनकी हत्या कर दी। ग्रामीणों के अनुसार स्वपन दास मतवे गांव का मेडिकल लाइफ लाइन था और 24 घंटे चिकित्सा सेवा देता था। ईलाज में पैसा कभी भी बाधक नहीं रहा। स्वपन दास का ग्रामीणों का इस प्रकार लगाव था की उनकी हत्या के बाद पूरे गांव मे गम का माहौल है। घटना के बाद ज्यादातर घरों चूल्हे नहीं जले। मृतक के पत्नी व दो बच्चे हैं जो गांव में रहते हैं । विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |