नुआपड़ा उपचुनाव
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा के नुआपड़ा विधानसभा सीट को लेकर चुनाव आयोग की तरफ से सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई। पोलिंग बूथ पर ईवीएम मशीन के साथ पोलिंग एजेंट पहुंच गए हैं, वहीं सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी से लेकर प्रशासनिक टीम भी मुस्तैद हो गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
11 नवम्बर मंगलवार को सुबह 7 बजे से मतदाता अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे और इसी के साथ उप-चुनाव में किस्मत आजमा रहे 14 मतदाताओं की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगी। 14 नवम्बर को मतगणना की जाएगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।
मंगलवार को मतदान
जानकारी के मुताबिक चुनाव तिथि की घोषणा के बाद से हलचल से भरा नुआपड़ा अब शांत हो गया है।मंगलवार को मतदान होगा।ऐसे में रविवार शाम से प्रचार बंद हो गया है।बाहर से डेरा डाले हुए नेता और कार्यकर्ता भी नुआपाड़ा छोड़ चुके हैं।प्रशासन की ओर से निरव (शांत) अवधि के नियम लागू कर दिए गए हैं।
इसी तरह मतदान को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन की ओर से अंतिम तैयारियां की गई हैं। ईवीएम मशीनों की जांच कर ली गई है।पोलिंग अधिकारियों को ईवीएम में मतदान कराने की प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया है।आज पोलिंग पार्टियां बूथों के लिए रवाना हो गई।
संवेदनशील बूथों पर हेलिकॉप्टर से जाएंगी पोलिंग पार्टियां
राज्य में पहली बार 8 संवेदनशील बूथों पर पोलिंग पार्टियां वायुसेना के विशेष हेलिकॉप्टर से जाएंगी। नुआपड़ा के ढाई लाख मतदाता अपने नेता का चयन करेंगे।14 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।इसके लिए कुल 358 बूथों में मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।इनमें से 311 बूथों में मतदान समय सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। शेष 47 बूथों में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होकर दोपहर 4 बजे समाप्त होगा।
सुरक्षा कारणों से अति संवेदनशील बूथों में मतदान अपराह्न 4 बजे तक ही समाप्त कराने का लक्ष्य रखा गया है।नुआपड़ा-सुनाबेड़ा क्षेत्र के माओवादी प्रभावित बूथों के लिए पोलिंग पार्टियों को भारतीय वायुसेना के विमान से ले जाया जाएगा।
कुल 2,53,624 मतदाता
नुआपड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,53,624 मतदाता हैं।इनमें पुरुष मतदाता 1,24,108, महिला मतदाता 1,29,495 और तृतीय लिंग के 21 मतदाता हैं।मतदाताओं में 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक 1,786, नए मतदाता 9,429 और दिव्यांग मतदाता 3,988 शामिल हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा है कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है, जिनमें से 47 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। |