बिहार में आज का मौसम। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटना। नवंबर माह में हुई वर्षा और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी भागों में ठंड में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही हवा भी खराब हो रही है। नवंबर से फरवरी तक लोगों को वायु प्रदूषण झेलना पड़ सकता है। वहीं, मौसम विभाग ने ठंड को लेकर भी चेतावनी दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हवा की गति में वृद्धि होने के साथ पछुआ के कारण सुबह-शाम में ठंड में थोड़ी वृद्धि हुई है। अधिसंख्य भागों में कोहरे का प्रभाव बना रहेगा।
मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार, पांच दिनों के दौरान पटना के न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट जारी रहने से रात्रि में ठंड में वृद्धि हुई है।
पांच नवंबर को पटना का न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि नौ नवंबर को पटना का न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले तीन से चार दिनों के दौरान प्रदेश के एक या दो स्थानों पर सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाने की संभावना है।
पछुआ के कारण मौसम शुष्क बना रहेगा। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 29.0 डिग्री सेल्सियस एवं अररिया के फारबिसगंज में 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को पटना सहित 18 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
पटना व आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्के कोहरे का प्रभाव बना रहा। पछुआ की गति तेज रहने के कारण ठंड में वृद्धि होने के साथ मौसम शुष्क बना रहा। पूर्णिया में एक हजार मीटर दृश्यता दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर अधिकतम तापमान (°C) न्यूनतम तापमान (°C)
पटना
29.0
18.0
गया
27.5
13.5
भागलपुर
28.4
15.8
मुजफ्फरपुर
27.8
18.1
ठंड बढ़ने के साथ खराब होने लगी राजधानी की हवा
ठंड बढ़ने के साथ ही राजधानी की हवा भी खराब हो रही है। रविवार को समनपुरा क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 246 तक पहुंच गया है। पीएम 2.5 की मात्रा मानक से अधिक पाई गई है। धीरे-धीरे वायु प्रदूषण की गिरफ्त में अन्य शहर भी आ सकते हैं।
नवंबर से फरवरी तक लोगों को वायु प्रदूषण झेलना पड़ सकता है। रविवार को पटना का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 159 था। वायु गुणवत्ता सूचकांक के दो सौ से ऊपर जाने का मतलब है कि हवा खराब श्रेणी में है। तीन सौ के पार जाने पर बेहद खराब श्रेणी में आता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से रविवार को जारी शाम चार बजे की रिपोर्ट के मुताबिक समनपुरा के क्षेत्र में पीएम 2.5 की मात्रा मानक से अधिक पाया गया है। इस क्षेत्र में मोटे और महीन धूलकण दोनों परिवेशीय वायुमंडल में तैर रहे हैं। मानक से अधिक होने के कारण इस क्षेत्र के लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
समनपुरा क्षेत्र में वायु प्रदूषित होने का मूल कारण निर्माण कार्य और सड़कों की सफाई नहीं होना है। शनिवार को समनपुरा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 199 था, जबकि रविवार को तारामंडल के पास 125, पटना सिटी का 101 और दानापुर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 178 पाया गया।
नगर निकायों की ओर से शहरी क्षेत्र में नियमित साफ-सफाई, पानी का छिड़काव नहीं होने पर हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होते चली जाएगी। हालांकि, अब तक पटना का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक सामान्य श्रेणी में है। |