Vidhan Sabha Chunav 2025: दूसरे चरण के मतदान के बाद इन दिग्गजों की राजनीतिक किस्मत का फैसला होगा। फाइल फोटो
शशिभूषण कुमार, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)।BiharVidhanSabhaChunav: पूर्वी चंपारण जिले के 12 विधानसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में होनेवाले चुनाव में एक मंत्री सहित चार पूर्व मंत्रियों की साख दांव पर है।
सभी प्रत्याशी मतदाताओं के मन में उतरने के लिए लगातार प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। हरसिद्धि (सुरक्षित) से गन्ना मंत्री एवं भाजपा विधायक कृष्णनंदन पासवान की प्रतिष्ठा दांव पर है।
पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर कृष्णनंदन ने राजद के कुमार नागेंद्र बिहारी को हराया था। इससे पहले 2015 में राजद के राजेंद्र कुमार राम ने कृष्णनंदन पासवान को पराजित कर दिया था, जबकि वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में कृष्णनंदन पासवान ने सुरेंद्र कुमार चंद्रा को पराजित किया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस बार राजद ने मैदान में कृष्णनंदन पासवान को पराजित करने वाले राजेंद्र कुमार राम को पुन: प्रत्याशी बनाया है। वहीं जसुपा के अवधेश राम चुनाव लड़ाई को त्रिकोण बनाने में लगे है।
जिले के एक मात्र सुरक्षित सीट है। यहां मुकाबला राम बनाम पासवान है। कुशवाहा व मल्लाह के साथ सवर्ण वोटर है।
वहीं दूसरी ओर सुगौली से भाजपा के पूर्व एमएलसी लोजपा आर के टिकट पर चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे।
इधर चिरैया व पीपरा विधानसभा से भाजपा विधायक लालबाबू प्रसाद व श्याम बाबू यादव लगातार दो बार जीत दर्ज कर तीसरी बार चुनावी मैदान में है तो केसरिया से जदयू प्रत्याशी शालिनी मिश्रा दूसरी बार चुनाव मैदान में है।
मोतिहारी में प्रमोद के सामने हर बार नए प्रतिद्वंद्वी
जिले के मोतिहारी विधानसभा से पूर्व गन्ना उद्योग मंत्री व कानून मंत्री प्रमोद कुमार लगातार पांच बार जीतने के साथ छठी बार मैदान में है। वो वर्ष 2005 के फरवरी में हुए चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद से मोतिहारी विधानसभा का प्रतिनिधित्व लगातार करते आ रहे हैं। इस दौरान वे दो बार मंत्री भी बने।
पांच बार जीत दर्ज करनेवाले प्रमोद का सामना हर बार प्रतिद्वंदी के रूप में नए प्रत्याशी से ही सामना हुआ। इस बार प्रमोद के खिलाफ राजद ने युवा देवा गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है।
यहां पूर्व भाजपा के बागी अतुल कुमार जन सुराज पार्टी के टिकट पर मैदान में हैं। वहीं जदयू के बागी दिव्यांशु भारद्वाज भी चुनावी मैदान में उतरे हैं। इन दोनों के कारण चुनावी रणभूमि में लड़ाई दिलचस्प हो गई है।
हैट्रिक लगाने को मैदान में राणा रणधीर
मधुबन विधानसभा क्षेत्र शिवहर लोकसभा के अंतर्गत आता है। यहां बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री रह चुके राणा रणधीर लगातार तीसरी जीत के साथ हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में है।
पहली बार वे वर्ष 2005 के फरवरी में राजद विधायक बने, लेकिन नवंबर व 2010 में जदयू के शिवजी राय से हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में रणधीर ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के साथ जीत दर्ज की।
तब से लगातार राणा रणधीर मधुबन का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। इस दौरान सरकार में सहकारिता मंत्री के रूप में काम किया। इस बार उनके सामने राजद की संध्या रानी मैदान में है।
शमीम के सामने हर बार नया चेहरा
नरकटिया विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा के अंतर्गत आता है। यहां बिहार सरकार में विधि मंत्री रह चुके शमीम अहमद लगातार तीसरी जीत के साथ हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में है।
शमीम ने राजद प्रत्याशी के रूप में वर्ष 2015 व 2020 में जीत दर्ज की। इस बीच वे बिहार सरकार में विधि मंत्री बने। पार्टी ने इस बार भी शमीम अहमद पर भरोसा जताते हुए यहां से प्रत्याशी बनाया है।
शमीम ने वर्ष 2015 में रालोसपा के संत सिंह कुशवाहा तो 2020 में जदयू के श्याम बिहारी प्रसाद को पराजित किया है। इस बार उनका मुकाबला जदयू के विशाल कुमार से है। वहीं जसुपा के टिकट पर मैदान में उतरे लालबाबू प्रसाद लड़ाई को त्रिकोण बनाने में लगे है।
रक्सौल के त्रिकोणीय मुकाबले में पूर्व मंत्री की साख
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित पूर्वी चंपारण जिले का रक्सौल विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा का हिस्सा है। यहां से भाजपा ने दूसरी बार प्रमोद कुमार सिन्हा पर भरोसा जताया है। वहीं महागठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जदयू के बागी पूर्व मंत्री श्याम बिहारी प्रसाद मैदान में है।
वे तब के आदापुर विधानसभा से जीत दर्ज करने के साथ सरकार में मंत्री बने थे। अब आदापुर रक्सौल विधानसभा में आ गया है। श्याम बिहारी प्रसाद ने नए परिसीमन में बने नरकटिया विधानसभा का भी प्रतिनिधित्व किया है।
रक्सौल हर बार आमने-सामने की लड़ाई होती आई है, लेकिन इस बार जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष कपिलदेव प्रसाद उर्फ भूवन पटेल के जन सुराज पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने से लड़ाई त्रिकोणीय बनाने में लगे है।
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