नमाज अता करते जमाती (सांकेतिक चित्र)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईटखेड़ी (घासीपुरा) में 14 से 17 नवंबर तक होने जा रहे 78वें आलमी तबलीगी इज्तिमा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की आमद को देखते हुए पुलिस, रेलवे और प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद
भोपाल रेलवे स्टेशन से लेकर नादरा बस स्टैंड तक सुरक्षा के सख्त बंदोबस्त किए गए हैं। करीब 850 पुलिसकर्मी, आरपीएफ, जीआरपी और थाना पुलिस के जवान लगातार ड्यूटी पर रहेंगे। साथ ही, डायल-112 की टीमें क्षेत्र में लगातार गश्त करेंगी। इज्तिमा स्थल, रेलवे प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में अतिरिक्त पुलिस चौकियां बनाई जा रही हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत नियंत्रण किया जा सके।
ट्रैफिक विभाग और रेलवे ने किए इंतजाम
इज्तिमा के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 150 से अधिक ट्रेनों के कोच बंद रखने का निर्णय लिया है। बिना आरक्षण वाले यात्रियों के लिए मोबाइल टिकट वैन की व्यवस्था की गई है।
मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा और आम नागरिकों के लिए वैकल्पिक रास्ते तय किए गए हैं, ताकि सामान्य यातायात बाधित न हो।
फायर टीम और वालंटियर्स की तैनाती
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता के लिए दमकल विभाग की विशेष टीमों को इज्तिमा स्थल पर तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रति शिफ्ट 500 वालंटियर्स ड्यूटी पर रहेंगे, जो आगंतुकों को दिशा-निर्देश देने और आपातकालीन सहायता प्रदान करने का काम करेंगे। प्रशासन ने 4,500 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की मांग की है, जिन्हें ट्रैफिक, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा निगरानी में लगाया जाएगा।
निगरानी और बैरिकेडिंग की पुख्ता व्यवस्था
इज्तिमा स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे, चेकिंग प्वाइंट्स और बैरिकेडिंग की जा रही है। प्रशासन ने छह प्रमुख मार्गों को केवल इज्तिमा यातायात के लिए आरक्षित किया है ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारू बनी रहे।
- आयोजन तिथि : 14 से 17 नवंबर 2025
- स्थान : ईटखेड़ी (घासीपुरा), भोपाल
- सुरक्षा बल : 850 पुलिसकर्मी + 4,500 अतिरिक्त जवान
- फायर टीम : प्रति शिफ्ट 500 वालंटियर्स
- रेलवे सुविधा : मोबाइल टिकट वैन, सीमित ट्रेन संचालन
प्रशासन का उद्देश्य : श्रद्धा के साथ शांति और अनुशासन
नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और रेलवे मिलकर अस्थायी शौचालय, पीने के पानी, मेडिकल सहायता और सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रयास यही है कि भोपाल का यह इज्तिमा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बने, बल्कि अनुशासन और प्रबंधन की मिसाल भी पेश करे। |