पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने आरोपितों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया था।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। गत एक नवंबर को सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कड़ेले गांव में मखंचू वनवासी के तीन हत्यारोपितों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने हत्या का राजफाश कर दिया। मखंचू की हत्या अंध विश्वास पैसे को लेकर विवाद में की गई थी। पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने आरोपितों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुराग तलाश रही पुलिस शनिवार कुहिया गांव निवासी गोरख गौतम को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू किया तो उसने बताया कि झाड़फूंक करने वाला मखंचू मेरे दोस्त शक्ति के रिस्तेदार थे। मखंसू से शक्ति का जमीन व पैसे को लेकर विवाद था। मखंचू ने शक्ति की मां पर जादू-टोना कर दिया था, उसकी मौत हो गई। बदला लेने के लिए शक्ति ने मुझसे कहा तो मैंने अपने दूसरे दोस्त गुरैनी निवासी शत्रुधन यादव को बुलाया।
तीनों ने मिलकर सो रहे मखंचू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शत्रुधन यादव को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस मुख्य आरोपित शक्ति की तलाश कर रही थी। इसी दौरान आधी रात प्रभारी निरीक्षक सरायख्वाजा कुकुड़ीपुर मंदिर के पास संदिग्ध वाहनों की जांच कर रहे थे।
इलेक्ट्रानिक स्कूटी को आता देख रूकने का संकेत देने पर व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा। पुलिस टीम की ओर से पीछा करने पर फायर कर दिया गया। जवाबी कार्रवाई में देवकली पुलिया के पास घायल हुए बदमाश की पहचान शक्तिमान उर्फ शक्ति वनवासी के रूप में हुई। आरोपित के पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद किया गय। |