इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
संवाद सहयोगी, बंदरा (मुजफ्फरपुर)। हत्था थाना क्षेत्र के पटसारा में शनिवार शाम को जलेबी के पेड़ से डाल काटने के विवाद में एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई। आरोप है कि पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
घटना से आक्रोशित मृतक के स्वजन ने हत्यारोपित के दरवाजे पर शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया। मृतक के स्वजन चुनावी रंजिश में घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहे थे। हालांकि पुलिस ने चुनावी रंजिश की बात से इन्कार किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अनियंत्रित स्थित की सूचना पर हत्था थानाध्यक्ष लोकेश कुमार चौधरी, पियर थानाध्यक्ष रजनीकांत, सकरा थानाध्यक्ष सुखविंदर नयन और एसडीपीओ मनोज कुमार सिंह दल-बल के साथ पहुंचे।
आकोशित लोगों को समझाकर शांत कराया। पुलिस का कहना है कि स्वजन के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर जांच के साथ आगे की कार्रवाई की जाएगी।मृतक की पहचान पटसारा पंचायत के वार्ड संख्या 12 के निवासी शंकर पासवान (70 वर्ष) के रूप में बताई गई है।
मृतक की पुत्रवधू पुलिस को बताया कि सड़क किनारे एक जलेबी के पेड़ से रमेश राय की पुत्री डाल तोड़ रही थी। शंकर पासवान ने डाल तोड़ने से मना किया। इसी पर विवाद के बाद रमेश राय के घर की महिलाओं और अन्य सदस्यों ने बुजुर्ग की पिटाई कर दी, इससे उनकी मौत हो गई।
महिला ने पुलिस को बताया कि उनका घर मुख्य सड़क से अंदर टोला में है। वहां तक जाने के लिए सड़क नहीं है। पगडंडी से होकर घर आते-जाते हैं। इसमें हत्यारोपितों की जमीन पड़ती है।
आरोप है कि गुरुवार को विधानसभा चुनाव के बाद यह लोग धमकी दे रहे थे कि वोट किसी दूसरी पार्टी को दिया तो हम रास्ता क्यों देंगे। इधर, घटना के बाद से सभी आरोपित घर से फरार हैं।
पुलिस एक महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। डीएसपी ने स्थिति पर कड़ी नजर रखने और लगातार गश्ती करने का आदेश थानाध्यक्ष को दिया है। घटनास्थल पर पुलिस तैनात की गई है।
एसडीपीओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मवेशी के चारा के लिए पत्ते वाली डाल काटने के विवाद में हत्या की बात सामने आई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। घटना को चुनावी रंजिश में हत्या से नहीं जोड़ा जा सकता है।
धक्का देने के बाद गिर जाने से बुजुर्ग मौत की बात सामने आई है। चुनाव और वोट से कुछ भी संबंध नहीं है। पीटने से भी मौत नहीं हुई है। -
सुशील कुमार, एसएसपी |