आगरा और जयपुर में छापेमारी कर दबोचा, गिरोह का सरगना अभी भी फरार।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ऑनलाइन टास्क देकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस की टीम ने तीन जालसाजों को दबोचा है। आरोपियों ने बुराड़ी की एक युवती को झांसे में लेकर टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा और मुनाफे का लालच देकर 2.96 लाख ठगे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस टीम ने जयपुर और आगरा में छापेमारी कर जालसाजों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान आगरा के कुलदीप कुशवाह, कुलदीप सिंह और राजस्थान, जयपुर के राहुल चौधरी के रूप में हुई है। इनके कब्जे से कई मोबाइल फोन, चेक बुक, खाता खोलने की किट और पैन कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर गिरोह के सरगना की तलाश में जुटी है।
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, शिकायतकर्ता धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उन्हें वाॅट्सएप पर एक नौकरी का प्रस्ताव देने वाला मैसेज आया। इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया और पैसे कमाने के लिए रेस्टोरेंट, होटल और कंपनियों की रेटिंग करने के लिए कहा गया।
बाद में, उन्हें प्रीपेड टास्क करने का निर्देश दिया गया, जिसमें पहले भुगतान करना और फिर लाभ कमाना था। उन्होंने धोखेबाजों द्वारा दी गई विभिन्न यूपीआई आईडी और बैंक खातों में 2.96 लाख ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्हें ब्लाक कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान सीडीआर, आईएमईआई डेटा और कई बैंक खातों में के लेन-देन का की जांच हुई। आगरा और जयपुर में छापेमारी करते हुए 15 अक्टूबर को आरोपित कुलदीप कुशवाहा को दबोचा, जिसके एचडीएफसी बैंक खाते में ठगी की कुछ रकम जमा की गई थी।
उसी दिन उसकी निशानदेही पर आगरा से सह-आरोपी कुलदीप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने अपने खाते का विवरण जयपुर के राहुल चौधरी को बेच दिया था। इसके बाद राहुल को भी मानसरोवर, जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
चार हजार में बेचा खाता, हर लेनदेन पर मिलती थी दो प्रतिशत कमीशन
पूछताछ में कुलदीप कुशवाह ने बताया कि उसकी मुलाकात उसके घर के पास रहने वाले कुलदीप सिंह से हुई और उसने उसे अपना बैंक खाता चार हजार रुपये में बेचने के लिए राजी किया। लालच में कुलदीप कुशवाह ने अपना खाता बेचा और कुलदीप सिंह ने बैंक खाता सह-आरोपित राहुल चौधरी को बेच दिया और उसे राहुल चौधरी से हर लेनदेन पर दो प्रतिशत कमीशन मिलती थी।
सरगना ने मलेशिया से साइबर अपराध का लिया प्रशिक्षण
आगे की पूछताछ में राहुल ने बताया कि उसने खाता गिरोह के सरगना हरियाणा, नारनौल के अरविंद को बेचा, जिसने उसे खाते में हर लेनदेन पर चार प्रतिशत कमीशन दिया। यह भी पता चला कि राहुल, कुलदीप सिंह और अरविंद ने यूपी के आगरा में बीएससी की पढ़ाई एक साथ की थी। बाद में, अरविंद ने मलेशिया से साइबर अपराध का प्रशिक्षण भी लिया। वह पिछले 2-3 सालों से इस साइबर धोखाधड़ी में लिप्त थे।
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