जागरण संवाददाता, बरेली। लखनऊ से सहारनपुर तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस शनिवार को पहली बार जब बरेली जंक्शन पहुंची, तो पूरा स्टेशन उत्साह और उमंग से भर उठा। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंची, उस पर फूलों की वर्षा की गई और यात्रियों का तालियों की गड़गड़ाहट के बीच भव्य स्वागत हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रेलवे अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में उपस्थित नागरिकों ने भारतीय रेल की इस अत्याधुनिक सुविधा का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्लेटफार्म को विशेष रूप से सजाया गया था। रंग-बिरंगी झालरों, गुब्बारों और पुष्पमालाओं से सजे स्वागत पंडाल में माहौल बिल्कुल उत्सव जैसा था।
ट्रेन के आगमन पर यात्रियों के चेहरों पर गर्व और खुशी झलक रही थी। बरेली जंक्शन अब तीसरी बार वंदे भारत ट्रेन के ठहराव का गवाह बना है —इससे पहले लखनऊ–देहरादून और लखनऊ–मेरठ वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव भी यहां होता है। नवप्रारंभ हुई यह वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ से चलकर मुरादाबाद, नजीबाबाद, रुड़की होते हुए सहारनपुर तक जाएगी।
इस नई सेवा से यात्रियों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यात्रा में बड़ी सुविधा मिलेगी। सफर का समय भी अब पहले की तुलना में काफी कम हो जाएगा। शनिवार दोपहर 12:14 बजे जब ट्रेन बरेली जंक्शन पर पहुंची, तो स्वागत समारोह में प्रदेश के वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार, सांसद छत्रपाल गंगवार, मेयर डॉ. उमेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। सभी ने ट्रेन का निरीक्षण किया और यात्रियों से बातचीत की।
वन मंत्री डा. अरुण कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे तेजी से आधुनिक हो रहा है। वंदे भारत ट्रेनें सिर्फ यात्रा का साधन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक हैं। अतिथियों ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर मुरादाबाद के लिए रवाना किया। दो मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन जयघोष और तालियों की गूंज के बीच आगे बढ़ गई।
इस मौके पर रेलवे अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों, स्टेशन स्टाफ और नागरिकों में खासा उत्साह देखा गया। यात्रियों ने भी बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधा, रफ्तार और आरामदायक सीटें लंबी यात्रा को सुखद बनाती हैं। बरेली जंक्शन से अब यात्रियों के लिए लखनऊ, मेरठ, देहरादून और सहारनपुर जैसे शहरों के लिए सफर और भी तेज, सुविधाजनक और गर्व का विषय बन गया है। |