मप्र कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को पचमढ़ी पहुंच रहे हैं। वे यहां पर चल रहे कांग्रेस जिलाध्यक्षों के दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में एक सत्र को संबोधित करेंगे। इससे पहले आज सुबह मप्र कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार पर हमला बोलने के साथ-साथ चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह पूरा अभियान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। पार्टी नेताओं ने चुनाव आयोग पर भाजपा के एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया और कहा कि आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से पीछे हट गया है।
उनसे ज्यादा हमने घुसपैठिये बाहर निकाले
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब आम नागरिक को अपनी ही नागरिकता साबित करनी पड़ रही है, जबकि यह काम चुनाव आयोग का था। उन्होंने दावा किया कि यूपीए सरकार के दौरान 88 हजार घुसपैठियों को देश से बाहर किया गया था, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में केवल 2,400 घुसपैठियों को ही निकाला गया है।
उन्होंने बताया कि ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान के तहत देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमें मध्य प्रदेश से 35 लाख 5 हजार से अधिक हस्ताक्षर हुए हैं। नवंबर के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी सभा आयोजित की जाएगी, जहां ये हस्ताक्षर राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे।
SIR के लिए तैयारी पूरी
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि पार्टी ने विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। राज्य के 1,045 संगठनात्मक ब्लॉकों की जिम्मेदारी अलग-अलग नेताओं को सौंपी गई है और हर विधानसभा के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 60% से अधिक बूथों की मतदाता सूची पहले ही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड हो चुकी है।
BLO नहीं कर पा रहे सर्वे
SIR के लिए गठित प्रदेश कांग्रेस कमेटी की समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बिना पर्याप्त तैयारी के ही अभियान शुरू कर दिया गया है। अभी तक गणना पत्र उपलब्ध नहीं हुए हैं, जिससे बीएलओ घर-घर सर्वे नहीं कर पा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने स्थायी सरकारी कर्मचारियों के बजाय अस्थायी कर्मचारियों को बीएलओ नियुक्त करने की अनुमति दी है, जो भाजपा के प्रभाव में काम कर सकते हैं।
वोट चोरी से बनाई सरकार
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह बिहार और हरियाणा में वोट चोरी हुई, वैसा ही मध्य प्रदेश में भी पिछले विधानसभा चुनाव में हुआ था। उन्होंने कहा, “हमने 16 लाख वोट चोरी का आरोप लगाया था, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया। जब भी सवाल उठाया जाता है, भाजपा उसकी तरफ से जवाब देती है। यह साबित करता है कि आयोग भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है। |