राज्य ब्यूरो, देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड से विशेष अनुराग रखने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर राज्य के दौरे पर आ रहे हैं। अवसर होगा नौ नवंबर को उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के मुख्य समारोह का। प्रधानमंत्री मोदी इस मौके पर आठ हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इनमें बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध और सौंग बांध परियोजनाएं प्रमुख हैं। इसके साथ ही वह ऊर्जा, पर्यटन व लोनिवि समेत विभिन्न विभागों से संबंधित योजनाओं का भी लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री राज्य की विकास यात्रा से संबंधित थीम पार्क व पवेलियन का निरीक्षण करेंगे तो प्रबुद्धजन से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके दौरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। उधर, सूत्रों की मानें तो सैन्यधाम के लोकार्पण का कार्य विभिन्न कारणों से टाल दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देवभूमि उत्तराखंड को अपना दूसरा घर और राज्यवासियों को अपना परिवार मानते हैं। कई अवसरों पर वह इसे व्यक्त भी कर चुके हैं। अब जबकि मौका राज्य स्थापना की रजत जयंती का है तो वह रविवार को वन अनुसंधान संस्थान में होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ऐसे में उनसे प्रदेश को काफी उम्मीदें भी रहेंगी। इस पर नजर रहेगी कि वह इस रजत जयंती समारोह में राज्य को क्या नई सौगात देने जा रहे हैं। मुख्य समारोह में आठ हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम रखा गया है। इनमें 2584 करोड़ रुपये की लागत की बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना और 2492 करोड़ की सौंग बांध परियोजना के बांध शामिल हैं।
जमरानी बांध परियोजना से हल्द्वानी शहर को 2053 तक 117 एमएलडी पेयजल उपलब्ध होगा, जबकि उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर व नैनीताल के 9500 हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश के बरेली व रामपुर जिलों की 47500 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। सौंग बांध परियोजना से देहरादून को वर्ष 2052 तक 150 एमएलडी पेयजल उपलब्ध होगा।
प्रधानमंत्री सबसे पहले तकरीबन 250 प्रबुद्धजन से मुलाकात करेंगे। संत समाज से भी प्रधानमंत्री की मुलाकात प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री इसके अलावा विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। कार्यक्रम को संबोधित करने के पश्चात प्रधानमंत्री वापस लौट जाएंगे। |