राम मंदिर में सुगम पासधारकों की लंबी लाइन।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह से पहले ही दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई है। देश के विभिन्न हिस्सों से रामलला के दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकांश तो सामान्य दर्शनार्थी ही होते हैं, परंतु इन दिनों सुगम व विशिष्ट पासधारकों की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखी जा रही है। व्हील चेयर से जाने वाले दर्शनार्थियों की संख्या भी अधिक होने के कारण जहां मंदिर परिसर में मार्ग परिवर्तन करना पड़ा है तो राइडरों की भी अधिक आय होने लगी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुगम पासधारकों की लंबी लाइन सिंह द्वार से लेकर मंदिर परिसर तक लग रही है। इस वजह से दर्शनार्थियों को लगभग 15-20 मिनट खड़े रह कर अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।
रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या तो दीपोत्सव के पहले से बढ़ गई थी। कार्तिक पूर्णिमा आते-आते इसमें दोगुना से तीन गुना तक बढ़ोतरी हुई, परंतु अब ध्वजारोहण कार्यक्रम और मंदिरों के निर्माण की पूर्णता की गूंज देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचने से हर किसी में अपने आराध्य के दर्शन की उत्कंठा के साथ मंदिर की पूर्णता को भी देखने की उत्सुकता बढ़ गई है।
ध्वजारोहण से पहले हुई वृद्धि को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इन दिनों लगभग दिन एक से सवा लाख श्रद्धालु दर्शन के निमित्त मंदिर पहुंच रहे हैं। निर्माण कार्यों के बीच ही संख्या बढ़ने से ट्रस्ट व सुरक्षा अधिकारियों को मंदिर परिसर में दर्शन मार्ग को बदलना पड़ा है।
कुछ दिनों पूर्व तक जहां सुगम व विशिष्ट पासधारक मंदिर की लोअर प्लिंथ के बगल स्थित मार्ग से होकर जाते थे, तो अब विशिष्ट दर्शनार्थियों को मां अन्नपूर्णा मंदिर के सामने से मंदिर के उत्तरी द्वार से प्रवेश कराया जा रहा है। व्हील चेयर व अन्य सुगम दर्शनार्थी पूर्ववत मार्ग से ही प्रवेश पा रहे हैं, परंतु संख्या अधिक होने से इस मार्ग पर लंबी लाइन लग रही है।
सिंह द्वार के समीप से शुरू हुई लाइन मंदिर में गर्भगृह के सम्मुख पहुंच कर ही समाप्त होती है। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की सजगता से श्रद्धालु आगे बढ़ते रहते हैं, परंतु मंदिर में एक लेन होने से लगभग 15 मिनट तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही।
दूसरी ओर, सामान्य दर्शनार्थियों की दो-तीन कतार होने से वह दर्शन करके आगे बढ़ते रहते हैं। वहीं, मंदिर के प्रथम तल पर विराजित राजा राम के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु सीढ़ियों से आगे बढ़ते हुए एक ही लेन से गुजरकर निकलते रहते हैं, इस कारण यहां दर्शन सामान्य तरीके से जारी रहता है। |