संवाद सूत्र, गोंडा। मोतीगंज के किनकी निवासी संजय कुमार सोनकर की हत्या की जांच नगर क्षेत्राधिकारी करेंगे। नगर कोतवाली पुलिस ने विवेचना स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की है। मृतक के स्वजन से जाति प्रमाण पत्र मांगा गया है। आरपीएफ की अभिरक्षा में संजय कुमार की पीटकर हत्या की गई थी। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। बिसरा सुरक्षित रखा गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उधर, मृतक के अनुसूचित जाति के होने को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। अलग-अलग राजनीतिक दल के प्रतिनिधि मृतक के घर पहुंच रहे हैं।
किनकी गांव निवासी राजू सोनकर ने दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा कि उसके छोटे भाई संजय कुमार सोनकर को चोरी के आरोप में मंगलवार की सुबह आरपीएफ के उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार, करण सिंह यादव व आरक्षी अमित कुमार यादव ने पकड़ा। घर वालों ने बहुत हाथ जोड़ा लेकिन, उसे नहीं छोड़ा गया। पीटकर संजय की हत्या कर दी गई इसके बाद उसे मेडिकल कालेज से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय लाकर छोड़ दिया गया।
स्वजनों के विरोध प्रदर्शन के बाद बुधवार को नगर कोतवाली पुलिस ने संजय के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका जिसके बाद बिसरा सुरक्षित किया गया है। हत्या की जांच क्षेत्राधिकारी से कराई जाएगी। नगर कोतवाली पुलिस ने विवेचना स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की है। जाति प्रमाण पत्र मांगा गया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह के प्रतिनिधि राजेश सिंह के साथ ही सपा नेता सूरज सिंह ने मृतक के घर जाकर सांत्वना व्यक्त की। राजनीति भी तेज हो गई है। विपक्ष के नेता हत्याकांड पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने कहा कि हत्या की जांच क्षेत्राधिकारी नगर करेंगे। विवेचना स्थानांतरित करने के लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू की गई है। |