जागरण संवाददाता, अलीगढ़। इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) हड़पने का बड़े स्तर पर खेल चल रहा है। गौंडा रोड स्थित शांति भवन भमरौला में शातिर ने जिस स्थान पर बीपी सर्विसेज फर्म का तालानगरी स्थित राज्य व वस्तु सेवाकर विभाग में पंजीकरण कराया था। विभाग की एसआइबी के अधिकारियों की जांच में वहां फसल लहलाती मिली। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पंजीकरण में जिन दस्तावेजों का प्रयोग किया गया, वे भी फर्जी मिले। बोगस फर्मों से खरीद फरोख्त दर्शाकर 90.07 लाख रुपये की आइटीसी का दावा कर इस रकम को अपने बैंक खाते में हस्तांतरण कराया है। जांच अधिकारी डिप्टी कमिश्नर अजीत प्रताप सिंह ने थाना गौंडा में बृजेश पचौरी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया है।
एसआइबी ने 12 सितंबर को इस फर्म की जांच की थी। जांच के उपरांत मिले दस्तावेजों के आधार पर 23 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाना प्रभारी को तहरीर दी। पांच नवंबर को मुकदमा पंजीकृत किया गया। बृजेश कुमार पचौरी गौंडा की फर्म पर डिप्टी कमिश्नर सिंह के नेतृत्व में टीम सर्वे के लिए पहुंची। यहां बृजेश के चाचा बलवीर पचौरी मिले।
अधिकारियों ने उनसे बृजेश के बारे में जानकारी मांगी। बताया गया कि वह चार माह पहले दिल्ली गए हैं। फर्म के दस्तावेजों के साथ लिखाए गए मोबाइल नंबर से संपर्क नहीं हुआ। जांच में मालूम हुआ कि 21 मई 2025 को अलीगढ़ की रेंज बी में फर्म का पंजीकरण कराया था।
इस फर्म संचालक ने मात्र दो माह यानी जुलाई तक माल की खरीद बिक्री दर्शाकर 90.07 लाख रुपये आइटीसी का दावा कर रकम अपने बैंक खाते में हस्तांतरण करा ली। विभाग को 180.13 लाख रुपये की राजस्व क्षति पहुंचाई है। इसके साथ ही फर्म का फर्जी पंजीयन भी लिया है। |