दो मासूमों की मौत। (प्रतीकात्मक)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गोला का मंदिर के प्रीतम विहार में चार वर्षीय मासूम वैभव और उसकी बहन क्षमा (16) की जान फास्फीन गैस ने ली थी। गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए मकान मालिक श्रीकृष्ण यादव ने क्विकफोस (कीटनाशक) की 334 गोलियां खुले में रखी थीं, फिर एक लीटर स्प्रे छिड़का। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे नमी व लिक्विड के संपर्क में आते ही गोलियां घुलना शुरू हो गईं, इनसे फास्फीन गैस अत्यधिक मात्रा में निकली। इससे वहां सो रहे किराएदार के परिवार के सदस्यों के सीने में जकड़न, उल्टियां, दस्त और सीधे नर्वस सिस्टम पर असर पड़ा।
फास्फीन गैस मानक स्तर से तीन गुना 30 पीपीएम मिला
फास्फीन गैस को निष्क्रिय करने के लिए यहां पहुंची डीआरडीई (रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना) की टीम ने जैसे ही गैस जांचने के लिए मीटर निकाला तो यहां फास्फीन गैस मानक स्तर से तीन गुना 30 पीपीएम मिला।
गैस के प्रभाव को निष्क्रिय करने के लिए टीम छह घंटे तक जुटी रही। गोली व लिक्विड से बना पाउडर इतना अधिक था, इसकी सफाई के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा।
एएसपी अनु बेनीवाल ने बताया कि श्रीकृष्ण यादव ने मेहगांव स्थित दुकान से कीटनाशक खरीदा था। इस दुकान को सील किया गया है। दुकानदार बगैर अनुमति के बिक्री कर रहा था। उसे भी आरोपित बनाया जाएगा।
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