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बिहार में आज 121 सीटों पर वोटिंग, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान (Bihar First Phase Voting 2025) के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सभी बूथों पर सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है। चुनाव कार्य में करीब साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं, जिनमें 1500 कंपनी केंद्रीय बल शामिल है। इसके अलावा 60 हजार से अधिक बिहार पुलिस के कर्मी-पदाधिकारी, 30 हजार बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस, 22 हजार होमगार्ड, 20 हजार प्रशिक्षु सिपाही और करीब 1.5 लाख चौकीदार भी चुनाव कार्य में लगाए गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चुनाव को देखते हुए नेपाल की सीमा को भी सील कर दिया गया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और बिहार पुलिस की टीम संयुक्त पेट्रोलिंग कर रही है। इसके अलावा सीमावर्ती जिलों को भी अलर्ट कर निगरानी बढ़ा दी गई है।
चुनाव के दौरान आपात स्थिति से निबटने के लिए बिहार पुलिस ने क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) का भी गठन किया गया है। चुनाव के दौरान किसी भी आपात स्थिति, सुरक्षा उल्लंघनों या अन्य गंभीर घटनाओं से निपटने के लिए यह टीम काम करेगी।
इस दल में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के कमांडो को शामिल किया गया है। प्रत्येक जिले में वीआइपी सुरक्षा पूल भी बनाया गया है, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) से प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मियों और जवानों को शामिल किया गया है। दियारा क्षेत्र में एसटीएफ के साथ घुड़सवार दल को तैनात किया गया है।
यूपी से सटे जिलों में विशेष निगरानी
पहले चरण में जिन 18 जिलों में मतदान होना है, उनमें पांच जिले भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, सिवान और सारण की सीमा यूपी से साझा होती है। ऐसे में उत्तरप्रदेश से लगने वाले सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त चेकपोस्ट बनाकर वाहनों की जांच की जा रही है।
सीमा पर चौकसी में उत्तरप्रदेश पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है। दूसरे चरण के चुनाव में नेपाल, बंगाल और झारखंड की सीमा से लगने वाले जिलों में मतदान है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर, हिंसा-उपद्रव की कोशिश पड़ेगी महंगी: डीजीपी
बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार ने सभी लोगों से भयमुक्त होकर मतदान के अधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर है। किसी भी तरह की हिंसा या उपद्रव की कोशिश महंगी पड़ेगी। पुलिस-प्रशासन की टीम पूरी तरह मुस्तैद है।
मतदान केंद्रों के अलावा आसपास के इलाकों, महत्वपूर्ण स्थलों और चौक-चौराहों पर भी पर्याप्त सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। चुनाव के दौरान फेसबुक, यूट्यूब, एक्स, इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया की भी कड़ी निगरानी की जा रही है। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में पालीवार अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है। आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों की पहचान की जा रही है।
अभी शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना पहली प्राथमिकता है। इसके बाद ऐसे विवादित पोस्ट करने वालों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने के साथ इनके ठिकानों पर छापेमारी कर गिरफ्तारी की जाएगी। एआइ आधारित आपत्तिजनक वीडियो के मामले में भी दोषियों को चिह्नित कर सभी पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
डीजीपी ने बताया कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद से करीब 800 अवैध हथियारों के साथ एक हजार लोगों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। इसके अलावा चुनाव से जुड़े आचार संहिता उल्लंघन मामले में भी चुनाव खत्म होते ही तेजी से अनुसंधान पूरा कर ट्रायल कराया जाएगा। |
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