जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के मेयर बने
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने न्यूयार्क शहर के मेयर पद के लिए हुए चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। 34 वर्षीय ममदानी ने अपने जबरदस्त अभियान के दम पर यह जीत हासिल की है। इस तरह वह दुनिया की वित्तीय राजधानी की बागडोर संभालने वाले इस सदी के पहले दक्षिण एशियाई, पहले मुस्लिम और सबसे युवा व्यक्ति बन गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगले साल जनवरी में वह न्यूयार्क के 111वें मेयर की जिम्मेदारी संभालेंगे। भारतीय फिल्म निर्माता मीरा नायर और भारतीय मूल के युगांडाई विद्वान महमूद ममदानी के बेटे जोहरान ममदानी ने न्यूयार्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को भारी अंतर से हराया।
15 दिन की भूख हड़ताल ने जोहरान ममदानी को दिलाई जीत
ममदानी जब क्वींस से असेंबली मेंबर थे तो उन्होंने अपने शहर के टैक्सी ड्राइवरों के लिए भूख हड़ताल की थी। 2021 में 30 साल के ममदानी सिटी हॉल पार्क में खड़े हुए और उन्होंने घोषणा की कि वह न्यूयॉर्क शहर के टैक्सी ड्राइवरों को कर्ज से राहत दिलाने के लिए शहर के अधिकारियों पर दबाव डालने के लिए उपवास करेंगे। मदर जोन्स आउटलेट के अनुसार, उन्होंने कहा, “जब तक ज़रूरी होगा, मैं हड़ताल पर रहूंगा। हम अपनी सभी मीटिंग्स, सभी कॉल, ऑफिस के सभी काम यहीं से करेंगे। मैं ये सब इस प्रोटेस्ट साइट से ही करूंगा।“
उस समय, उन्हें पद संभाले हुए एक साल से भी कम समय हुआ था। यह हड़ताल टैक्सी मेडेलियन लोन से होने वाले भारी कर्ज के जवाब में की गई थी, जिसने कई ड्राइवरों को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया था और कुछ को तो आत्महत्या करने पर भी मजबूर कर दिया था। भूख हड़ताल 15 दिनों तक चली। पांचवें दिन ममदानी और अन्य चुने हुए अधिकारियों ने सविनय अवज्ञा का काम किया और लोअर मैनहट्टन में ट्रैफिक जाम कर दिया। उन्हें NYPD अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया, ज़िप-टाई से बांध दिया और एक पुलिस वैन में डाल दिया।
पहली बार कोई दक्षिण एशियाई मेयर
डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ममदानी को 10,36,051 वोट (50.4 प्रतिशत) हासिल हुए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कुओमो को 8,54,995 वोट (41.6 प्रतिशत) मिले। इसी साल जून में डेमोक्रेटिक पार्टी के शुरुआती अभियान में शिकस्त के बाद कुओमो ने यह चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनका समर्थन कर रहे थे।
146,137 वोटों के साथ रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा तीसरे स्थान पर रहे। अपने विजयी भाषण में ममदानी ने आजादी के समय दिए गए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध भाषण-ट्रिस्ट विद डेस्टिनी का हवाला देकर ट्रंप पर हमला किया।
उन्होंने कहा, हम इसलिए जीते क्योंकि न्यूयार्कवासियों ने खुद को यह उम्मीद दी कि असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। आपके सामने खड़े होकर मैं जवाहरलाल नेहरू के शब्दों के बारे में सोचता हूं-एक ऐसा क्षण आता है, जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं।
जब एक युग का अंत होता है और लंबे समय से दमित राष्ट्र के आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात हमने पुराने से नए युग में कदम रख लिया है।
ट्रंप पर साधा निशाना
अमेरिकी राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए ममदानी ने कहा-डोनाल्ड ट्रंप को अगर कोई हराने का तरीका दिखा सकता है, तो वह शहर ही है, जिसने उन्हें जन्म दिया है। अगर किसी तानाशाह को डराने का कोई तरीका है, तो वह उन परिस्थितियों को खत्म करना है, जिन्होंने उसे सत्ता हासिल करने में मदद की। ममदानी ने ट्रंप पर अमेरिका को धोखा देने का आरोप लगाया।
न्यूयार्क के मेयर का चुनाव जीतने के अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी ने वर्जीनिया के गवर्नर, लेफ्टिनेंट गवर्नर और न्यूजर्सी के गवर्नर पद का चुनाव भी जीता। अबीगैल स्पैनबर्गर ने वर्जीनिया के गवर्नर का चुनाव जीता। मिकी शेरिल न्यूजर्सी की गवर्नर और भारतीय मूल की गजाला हाशमी वर्जीनिया की लेफ्टिनेंट गवर्नर चुनी गई हैं।
गजाला हाशमी राज्य के शीर्ष राजनीतिक पद पर निर्वाचित होने वाली पहली मुस्लिम और दक्षिण एशियाई अमेरिकी बन गई हैं। इन नतीजों को मोटे तौर पर ट्रंप के प्रति जनता के समर्थन में गिरावट के रूप में देखा जा रहा है।
1969 के बाद सर्वाधिक मतदान
ANI के अनुसार, न्यूयार्क में मेयर के लिए हुए चुनाव में मतदान पांच दशकों से भी ज्यादा समय में पहली बार 20 लाख के पार पहुंच गया है। न्यूयार्क सिटी बोर्ड आफ इलेक्शन ने मंगलवार को कहा कि यह 1969 के बाद पहली बार है, जब मतदान का आंकड़ा 20 लाख के पार पहुंचा है। बोर्ड ने स्थानीय समयानुसार रात नौ बजे एक पोस्ट में यह जानकारी दी। यह इस ऐतिहासिक चुनाव में जनता की भागीदारी के पैमाने को रेखांकित करता है।
इन मुद्दों ने दिलाई ममदानी को जीत
ममदानी का अभियान किफायत और समानता पर केंद्रित था। इसमें किराया स्थिर रखने, शहर में किराना स्टोर खोलने और यात्रियों के लिए बसें मुफ्त करने का वादा किया गया था। उनका महत्वाकांक्षी एजेंडा युवा और कामकाजी वर्ग के मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय था। इसने प्रगतिवादियों के बीच उन्हें आदर्श विकल्प बना दिया। हालांकि, प्रमुख डेमोक्रेटिक नेताओं के बीच इस बात को लेकर मतभेद भी था कि उन्हें समर्थन दिया जाए या नहीं।
डेमोक्रेटिक पार्टी ने जीत का जश्न मनाया
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और बराक ओबामा सहित शीर्ष डेमोक्रेटिक नेताओं ने जीत का जश्न मनाया और जोहरान ममदानी तथा पार्टी के अन्य नेताओं की चुनावी सफलता की सराहना की। बिल क्लिंटन ने इंटरनेट मीडिया पर लिखा, न्यूयार्क शहर के अगले मेयर के रूप में चुनाव पर जोहरान ममदानी को बधाई। मैं एक बेहतर और अधिक किफायती न्यूयार्क बनाने के लिए आपकी सफलता की कामना करता हूं।
ओबामा ने चुनावों में जीतने वाले सभी डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा, यह याद दिलाता है कि जब हम मजबूत और दूरदर्शी नेताओं के साथ एकजुट होते हैं, तो हम जीत सकते हैं। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पोस्ट किया, यह लोकतंत्र की जीत है और जोहरान ममदानी के प्रेरक अभियान का प्रमाण है।
(न्यूज एजेंसी ANI के इनपुट के साथ) |