प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी देते धनबाद के एसएसपी प्रभात कुमार और अन्य। (फोटो-जागरण)
जागरण संवाददाता, धनबाद। वासेपुर के बहुचर्चित बदमाश हैदर अली खान उर्फ प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ धनबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर धनबाद पुलिस ने कुख्यात हैदर अली उर्फ प्रिंस खान गिरोह के स्लीपर सेल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने गिरोह के गुर्गों के पास से 17 लाख 34 हजार 900 रुपये नकद, एक पिस्टल, 47 जिंदा कारतूस, 18 मोबाइल फोन, 9 पासबुक, 9 चेकबुक, 18 एटीएम/डेबिट कार्ड और करीब 70 जमीन से जुड़े डीड व एग्रीमेंट पेपर जब्त किए हैं।
गिरफ्तार अपराधियों में परवेज खान (नया बाजार, कबाड़ी पट्टी), सैफ आलम उर्फ राशिद (कमरमखदूमी रोड, वासेपुर), तौशिफ आलम उर्फ मुसा (मंदिर ग्राउंड, नवीनगर वासेपुर) और इम्तियाज अली उर्फ लाडले (शमशेर नगर, भूली) शामिल हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में छह डीएसपी, सात इंस्पेक्टर और 36 एएसआई समेत लगभग 60 पुलिसकर्मियों की टीम ने सोमवार तड़के वासेपुर, पांडरपाला, शमशेर नगर और भूली समेत दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की थी।
हवाला और क्रिप्टो के जरिये भेजी जाती थी रकम
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे प्रिंस खान गिरोह के सहयोगी के रूप में काम करते थे। इनका काम गिरोह के सदस्यों को ठहराने, उनके आने-जाने की व्यवस्था करने और कारोबारियों की जानकारी प्रिंस खान तक पहुंचाने का था।
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि रंगदारी में वसूली गई रकम हवाला और यूएसडीटी (क्रिप्टो करेंसी) के माध्यम से प्रिंस खान तक पहुंचाई जाती थी। शेष राशि को उसके निर्देश पर बरवाअड्डा, गोविंदपुर और आठ लेन क्षेत्र में जमीन कारोबार में निवेश कर वैध दिखाया जाता था।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों से कई अहम जानकारियाँ मिली हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है। धनबाद के कई कारोबारी प्रिंस खान को रंगदारी देते थे; पुलिस यह जांच रही है कि आखिर उन्हें रंगदारी देने की जरूरत क्यों पड़ी।
100 सहयोगियों के नाम आए सामने
एसएसपी ने बताया कि प्रिंस खान को आर्थिक रूप से सहयोग करने वालों की सूची तैयार की गई है। अब तक करीब 100 लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गिरोह की मदद कर रहे हैं, वे तुरंत साथ छोड़ दें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बरामद पिस्टल नागालैंड में बना लाइसेंसी हथियार है, जिसका लाइसेंस फिलहाल निष्क्रिय (फेल) हो चुका है। यह हथियार परवेज खान के कबाड़ीपट्टी स्थित ठिकाने से बरामद किया गया।
आयकर विभाग को भेजा गया पत्र
गिरफ्तार आरोपियों से बरामद नकदी के वैध स्रोत की जानकारी नहीं मिल सकी, जिसके बाद पुलिस ने आयकर विभाग को पत्र भेजकर जांच की मांग की है। इस पूरे मामले में बैंकमोड़ थाना में मामला दर्ज कर तकनीकी व वैज्ञानिक जांच शुरू कर दी गई है।
बरामदगी सूची
नकद : ₹17,34,900
पिस्टल : 1 (6-चक्रीय)
जिंदा कारतूस : 47
मोबाइल फोन : 18
एटीएम/डेबिट कार्ड : 18
पासबुक : 9
चेकबुक : 9
जमीन से जुड़े डीड व एग्रीमेंट पेपर : 70
|