शहबाज शरीफ, पाकिस्तान के पीएम। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, आइएएनएस। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार सोचती है कि उसके कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर का हिस्सा चंद हफ्तों के विरोध प्रदर्शनों के बाद अब शांत हो गया है। वहां पर स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन जानकार उसकी सोच को गलत मान रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्हें लग रहा है कि गुलाम कश्मीर के लोगों और खासतौर से छात्रों के मन में बड़े पैमाने पर हुए अत्याचारों को लेकर गुस्सा खदबदा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब गुलाम कश्मीर ही नहीं पूरे पाकिस्तान में नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसा विरोध प्रदर्शन होगा और उसमें जनता मौजूदा सत्ता को उखाड़ फेंकेगी।
अक्तूबर में PoK में हुआ था प्रदर्शन
अक्टूबर में गुलाम कश्मीर में राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आमजनों के प्रदर्शनों का छात्रों ने नेतृत्व किया था। पाकिस्तानी सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने उस जनांदोलन को दमनात्मक तरीकों से दबा दिया था। भारत सरकार ने पाकिस्तानी बलों के बर्बर दमनात्मक तरीकों की निंदा की थी।
पीओके में हुए विद्रोह से शरीफ सरकार चिंतित
सूत्रों के अनुसार गुलाम कश्मीर में जिस तरह से विद्रोह उठ खड़ा हुआ था उसने शरीफ सरकार को चिंतित कर दिया था। गुलाम कश्मीर के विश्वविद्यालयों और डिग्री कालेजों के छात्र आंदोलन में शामिल होकर परीक्षाओं में धांधली और बढ़ी फीस के मुद्दे उठा रहे थे। आंदोलन में शामिल छात्र और युवा पाकिस्तान और शरीफ सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। वे सेना के अत्याचार और लगातार उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठा रहे थे। इसी के बाद सरकार ने शिक्षण संस्थाओं में गठित छात्र संघों पर प्रतिबंध लगा दिया और विश्वविद्यालयों में राजनीतिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई।
गुलाम कश्मीर में फूटेगा विद्रोह का लावा
जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान सरकार ने बल प्रयोग कर गुलाम कश्मीर के विद्रोह को फिलहाल दबा दिया है लेकिन विद्रोह का लावा जल्द ही फिर फूटेगा, तब शायद उसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा। सरकार की जिन नीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ था उनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। बड़ी संख्या में छात्र और आंदोलनकारी अभी भी जेलों में हैं।
जम्मू एंड कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने कहा है कि वह छात्रों के साथ है। उनकी मांगों के साथ जनता मिलकर लड़ेगी। इसलिए गुलाम कश्मीर में विद्रोह का लावा जल्द फूटने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में रेड अलर्ट, जल-थल से हवा तक मुनीर की सेना एक्टिव; क्या भारत से है कनेक्शन?
यह भी पढ़ें: चीन-पाकिस्तान के बीच बड़ी डील से समंदर में हलचल, भारत के लिए क्यों टेंशन है ये सौदा? |