तेजस्वी यादव, राहुल गांधी व मुकेश सहनी। जागरण आर्काइव
सुनील राज, पटना। Bihar Elections: पहले चरण के मतदान में महज अब कुछ घंटे ही बचे हैं। परंतु महागठबंधन में कुछ सीटों पर दोस्ताना संघर्ष को लेकर स्पष्टता नहीं।
जिन सीटों पर सर्वाधिक जिच है उनमें गौड़ाबौराम, बेल्दौर के अलावा बछवाड़ा सीट है। जहां से कांग्रेस ने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास को उम्मीदवार बनाया है।
गौड़ाबौराम सीट की बात करे तो यह सीट महागठबंधन के नए सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी के खाते में गई है। हालांकि इस सीट पर राजद ने मो. अफजल अली खान को भी सिंबल दे दिया।
वीआइपी ने यहां से संतोष सहनी को उम्मीदवार दी थी। मामले में राजद-वीआइपी के बीच खींचतान को देखते हुए अंतत: राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और अफजल अली का सिंबल निरस्त कर दिया।
यही नहीं डीएम को पत्र भी भेजा गया कि राजद उम्मीदवार का सिंबल निरस्त करें क्योंकि वीआइपी उम्मीदवार संतोष सहनी ही महागठबंधन समर्थित उम्मीदवार हैं।
परंतु अफजल अली का सिंबल निरस्त नहीं हो पाया और मैदान में उतर गए। अब जबकि मतदान का दिन नजदीक है कि वीआइपी ने यहां से अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर राजद के उम्मीदवार मो. अफजल अली को समर्थन देने देने की घोषणा कर दी है।
इधर दूसरी ओर महागठबंधन के दो सहयोगी कांग्रेस-इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार प्रसाद ने नई परेशान खड़ी कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राजेश कुमार ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए एक पत्र जारी किया है कि बछवाड़ा विधानसभा सीट जहां से कांग्रेस के गरीबदास चुनाव मैदान में है और सीपीआइ उम्मीदवार अवधेश राय भी है।
उन्होंने पत्र में कहा है कि पार्टी का निर्णय हुआ है कि कांग्रेस उम्मीदवार की बजाय सीपीआइ उम्मीदवार को समर्थन देकर जिताना है। इसके पीछे की वजह भी पत्र में साफ की गई है।
राजेश कुमार के पत्र के अनुसार चूंकि बेल्दौर में आइआइपी उम्मीदवार तनीशा भारती को सीपीआइ ने समर्थन देने का एलान कर दिया है लिहाजा आइआइपी ने बछवाड़ा में कांग्रेस की बजाय सीपीआइ को समर्थन देने का एलान किया है।
यहां बता दें कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने गरीब दास के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। यहां तक की प्रियंका गांधी भी गरीब दास के समर्थन में प्रचार करने बछवाड़ा पहुंची।
लेकिन, अब पार्टी चाहकर भी आइआइपी पार्टी के पत्र का विरोध नहीं कर पा रही है। इस संबंध में आधिकारिक बातचीत के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को फोन भी किया गया परंतु उनसे बात नहीं हो पाई। |