जयपुर में शराबी डंपर चालक का बड़ा कांड एक के बाद 17 गाड़ियों को रौंदा (फोटो सोर्स- पीटीआई)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शराब के नशे में धुत डंपर चालक ने जयपुर में सोमवार को सड़क पर लाशें बिछा दीं। तेज रफ्तार गलत दिशा में दौड़ते अनियंत्रित डंपर ने ना तो रिक्शा चालक को बख्शा और ना ही दोपहिया व चौपहिया वाहनों को छोड़ा। एक के बाद एक सामने आए 17 गाडि़यों को रौंदता डंपर आगे बढ़ गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। घायलों में तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। उनका उपचार सवाई मान सिंह और कांवटिया अस्पताल में जारी है। हादसा दोपहर करीब एक बजे जयपुर के हरमाड़ा के लोहा मंडी क्षेत्र में हुआ।  
 
डंपर लोहा मंडी पेट्रोल पंप की तरफ से रोड नंबर-14 से हाईवे पर चढ़ने जा रहा था। इसी दौरान उसने वाहनों को चपेट में लिया। वाहनों को टक्कर मारने के बाद राजमार्ग पर लगी रे¨लग से टकरा कर डंपर रुक गया। इसी दौरान विराटनगर निवासी चालक कल्याण मीणा को पकड़ कर लेागों ने पुलिस के हवाले कर दिया।  
 
उप निरीक्षक रवींद्र ने बताया कि डंपर 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से दौड़ रहा था। नशे में धुत चालक ने पहले बाइक सवार को कुचला और फिर तीन अन्य दोपहिया वाहनों को रौंदते हुए कुल 17 वाहनों को टक्कर मारी। चार कारें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। बाइक पूरी तरह से दब गई। डंपर का बैरियर पूरी तरह से मुड़ गया। कई वाहन एक-दूसरे में फंस गए।  
 
मृतकों में गुजरात के एक परिवार के दो सदस्य भी शामिल हैं, जो खाटूश्याम जी मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। हादसा इतना भयानक था कि चार शव सड़क पर ही कई टुकड़ों में बंट गए। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना स्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर पहले डंपर चालक का एक कार चालक से विवाद हुआ था।  
 
विवाद के बाद कार चालक आगे निकल गया, जिसके बाद डंपर चालक ने तेज गति से डंपर को कार के पीछे दौड़ाया और फिर जो भी सामने आया, उसे रौंदता चला गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बजरंग ¨सह शेखावत ने बताया कि मृतकों के शवों की पहचान की जा रही है। पहचान के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर, हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी के बावजूद ओवरलोडेड वाहन राजमार्ग पर दौड़ते रहे।  
सड़क पर खून ही खून  
 
हादसा कितना भयावह था, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देर शाम तक मौके से गुजर रहे वाहनों के टायरों पर मृतकों के मांस के लोथड़े चिपक गए। सड़क पर चारों ओर खून ही खून नजर आ रहा था। टक्कर में कई वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जिनमें से शवों को पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों को मदद से खींचकर बाहर निकाला। हादसे के समय मौके पर मौजूद राहुल ने बताया कि कई शवों के अंग अलग हो गए थे। किसी का हाथ कटकर नीचे गिर गया था तो किसी का आधा शव वाहन के अंदर ही रह गया था। किसी की गर्दन कट गई थी।  
मुख्यमंत्री ने तीन मंत्रियों को भेजा अस्पताल  
 
हादसे के बाद घायलों को तुरंत उपचार उपलब्ध करवाने को लेकर व्यवस्था संभालने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तीन मंत्रियों झाबर सिंह खर्रा, सुरेश रावत एवं राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को अस्पताल भेजा। उन्होंने हादसे पर गहरा दुख भी जताया है। उल्लेखनीय है कि रविवार को फलोदी जिले में एक सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हुई थी। |