मतदाताओं से आनलाइन मुखातिब अमित शाह व तेजस्वी यादव। जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। ऐ, सुनो-सुनो अमित शाह बोल रहे हैं। हां-हां, ये दिल्ली की मुख्यमंत्री की आवाज है। ये तेजस्वी का गला बैठ गया है क्या, कुछ लालू यादव की तरह बोल रहे हैं। सफेद कुर्ते वाले नहीं दिख रहे, तो जनता को ध्यान अधिक लगाना पड़ रहा है। चक्रवाती तूफान मोंथा से बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार की आंधी थोड़ी थमी है। नेताजी के वादों में डिजिटल रंग भर गया है। खराब मौसम से आकाश में उड़ान भरने से पहले फ्लाइट में विराम लगा, तो जमीन पर जनसभा वर्चुअल मोड में फर्राटा भरने लगी। नेताजी की गैरमौजूदगी में खाली-खाली से दिखते मंच पर मुख्य वक्ता मोबाइल व लैपटाप बन गया है। शनिवार को तेजस्वी यादव ने मोबाइल तो गृह मंत्री अमित शाह ने लैपटाप पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जनता से मुखातिब हुए।
तरीका बदला, पर प्रचार नहीं थमा। जनता तक सीधे पहुंच नहीं सकते, पर मत के लिए कोशिशें तो करनी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को शनिवार को हाजीपुर और गोपालगंज में जनसभा को संबोधित करना था। प्रतीक्षा में गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में जनता जुटने लगी। शाह वीडियो कान्फ्रेंसिंग पर आए तो तालियों का शोर पटना तक पहुंचा। उन्होंने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया और साधु यादव के कारनामे भी गिनाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुझे अवसर दिया जाना चाहिएः तेजस्वी
तेजस्वी यादव की भी कई सभाएं स्थगित करनी पड़ीं। गोपालगंज के अलावा, बैकुंठपुर और बरौली विधानसभा क्षेत्रों में उनकी रैलियां रद्द हुईं। तेजस्वी यादव ने भी जनता को मोबाइल से संबोधित किया। मोबाइल के माध्यम से समर्थकों से कहा कि उन्हें एक मौका दिया जाए, ताकि बिहार में विकास की नई दिशा स्थापित की जा सके। इसी तरह दो दिन पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री की सासाराम में हवाई जहाज लैडिंग में समस्या के चलते नहीं आ सकीं, तो उन्होंने मोबाइल से जनता को संबोधित किया था।
नीतीश का सड़क पर संवाद, तेजस्वी पर कटाक्ष
चुनाव प्रचार के दौरान एक दिलचस्प वाकया भी दिखने को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा रद हुई तो फोन की बजाय वे सड़क मार्ग से गंगौर पहुंचकर सभास्थल के समीप जनता से संवाद करने लगे। इसपर जदयू ने तेजस्वी यादव पर तंज कसा। एक्स पर पोस्ट करते हुए जदयू ने लिखा, यही फर्क है सच्चे जनसेवक और एक एक्सीडेंटल पालिटिशियन में। जहां खराब मौसम में भी नीतीश कुमार जनता के बीच जाते हैं, वहीं राजकुमार घर से बैठकर फोन पर भाषण देते हैं। |