जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। सीजीएसटी दिल्ली दक्षिण आयुक्तालय के कर चोरी निरोधक शाखा ने व्यापक स्तर पर धोखाधड़ी से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) प्राप्त करने के एक मामले का पर्दाफाश किया है।
कंपनी के निदेशक को लगभग 31.95 करोड़ रुपये की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।
आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कर चोरी निरोधक शाखा द्वारा प्राप्त विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध आपूर्ति श्रृंखला की जांच शुरू की गई।
इसमें पता चला कि फर्म ने बिना किसी वास्तविक वस्तु की आवाजाही के धोखाधड़ी से आईटीसी का लाभ उठाया था। इतना ही नहीं फर्म ने सीजीएसटी अधिनियम 2017 के प्राॅवधानों का घोर उल्लंघन करते हुए काल्पनिक और फर्जी फर्मों के जरिए गलत तरीके से आईटीसी का लाभ उठाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह भी पढ़ें- किरायेदार होकर खुद को बताया प्रॉपर्टी का मालिक, दिल्ली HC ने याचिकाकर्ता पर लगाया एक लाख का जुर्माना |