सुपरसोनिक जेट विमान एक्स-59 का परीक्षण। (रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नासा ने बहुत कम शोर करने के लिए डिजाइन किए गए सुपरसोनिक जेट विमान एक्स-59 का परीक्षण किया। विमान ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के रेगिस्तान के ऊपर से उड़ान भरी। यह तेज व्यावसायिक यात्रा की दिशा में पहला कदम हो सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नासा और अमेरिकी हथियार एवं एयरोस्पेस निर्माता लॉकहीड मार्टिन ने मंगलवार को इस जेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो ध्वनि की गति से भी तेज यात्रा करने में सक्षम है, लेकिन उसमें सोनिक बूम की तरह तेज आवाज नहीं है। यह नए जेट यात्रा के समय को लगभग आधा कर सकते हैं, जिससे हवाई यात्रा उद्योग का नया द्वार खुल सकता है।
एक्स-59 ध्वनि की गति से भी तेज उड़ान भरने में सक्षम
लॉकहीड मार्टिन ने कहा एक्स-59 ध्वनि की गति से भी तेज उड़ान भरने में सक्षम है और काफी कम शोर उत्पन्न करती है। लॉकहीड मार्टिन स्कंक वर्क्स सुविधा केंद्र से उड़ान भरने वाला यह 100 फुट लंबा विमान परीक्षण के दौरान 40 मील दूर की यात्रा पूरा करने के बाद नासा के आर्मस्ट्रांग फ्लाइट रिसर्च सेंटर के पास उतरा। पिछली सदी के पांचवें दशक से ही विमान सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने में सक्षम रहे हैं।
समस्या यह है कि इस विमान से व्यावसायिक यात्रा के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है क्योंकि वे सोनिक बूम पैदा करते हैं, जिससे लोग परेशान हो जाते हैं। ब्रिटिश एयरवेज और एयर फ्रांस द्वारा संचालित सुपरसोनिक विमान कानकार्ड ने पिछली सदी के आठवें दशक से अटलांटिक पार उड़ानें शुरू की थीं लेकिन 2003 में इन उड़ानों पर रोक लगा दी गईं।
(समाचार एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)
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