जागरण टीम, श्रावस्ती। तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश शुक्रवार को जारी रही। इससे किसानों की उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। खेतों में पानी भर जाने से धान की फसल चौपट हो रही है। रबी फसल के बोआई की तैयारी पर भी संकट मंडरा रहा है। किसान अब मौसम के खुलने की आस में दिन गिन रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किसान बाबूराम मिश्र ने बताया कि धान की फसल पक चुकी है। कुछ फसल खेतों में तो कुछ खलिहान में कटी पड़ी है, लेकिन लगातार पानी गिरने से पौधे गिर गए, अब फसल उठने लायक नहीं बची है। वंशीधर तिवारी ने बताया कि हमने बीज और खाद उधार लेकर खेत में डाला था।
अब नुकसान इतना है कि कर्ज कैसे चुकाएं। किसान नान बच्चा यादव ने बताया कि खेतों में पानी भर गया है। कटी फसल भीग गई है। न मड़ाई हो पाएगी न कटाई। राजकुमार यादव ने बताया कि सरसों बोया था। अंकुर फूटने से पहले ही पानी बरस गया। मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। धान तो मौसम की भेंट चढ़ गया। अब आलू, सरसों व चना की बोआई भी पिछड़ रही है। |