जागरण संवाददाता, लखनऊ। जानकीपुरम स्थित इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (आइईटी) लखनऊ के छात्रावास में रहने वाले बी.टेक केमिकल इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष के छात्र आकाश सिंह (21 वर्ष) की शुक्रवार को सदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सुबह क्लास के लिए जब उसके सहयोगी फोन कर रहे थे तो काल रिसीव नहीं हुई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब नहीं खुला तो हास्टल प्रशासन को सूचना दी गई। कारपेंटर को बुलाकर दरवाया खोला गया तो आकाश फर्श पर पड़ा था। तुरंत डाक्टर को बुलाया गया, जांच में उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही अभिभावकों को भी सूचना दे दी गई है।
क्या बोले निदेशक प्रोफेसर?
आइईटी लखनऊ के निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल ने बताया कि बी.टेक केमिकल इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष का छात्र आकाश सिंह पढ़ाई में काफी अच्छा था। वह संस्थान के रमन-बी हास्टल के कमरा नंबर 203 में रहता था। दीपावली की छुट्टियों के बाद आकाश व अन्य छात्र भी 29 अक्टूबर को ही वापस आए थे। उसके दोस्तों ने बताया कि गुरुवार को आकाश से बात हुई थी, लेकिन वह मेस में खाना-खाने नहीं गया था।
उसकी मेज पर कुछ खाना रखा हुआ था। शुक्रवार की सुबह 9:50 मिनट पर क्लास के लिए जब उसके दोस्तों ने फोन किया तो रिसीव नहीं हुआ। उसके अभिभावक का भी फोन रिसीव नहीं हुआ तो दोस्त उसके कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। इसकी सूचना वार्डन, चीफ वार्डन और अन्य अधिकारियों को दी गई।
जमीन पर पड़ा था शव
निदेशक के मुताबिक मौके पर जब पुलिस व हम लोग पहुंचे तो आकाश जमीन पर पड़ा था। लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। डाक्टर ने उसे देखा और मृत घोषित कर दिया। बताया कि इसकी मौत काफी देर पहले हो चुकी है। उसके कहीं पर भी चोट के निशान नहीं दिखे, न ही खून आदि निकल रहा था। आत्महत्या जैसी कोई साक्ष्य भी नहीं दिखा। शायद हार्ट अटैक हो सकता है। वाराणसी में रहने वाले उनके माता-पिता को सूचना दे दी गई है। छात्र के स्थानीय अभिभावक चाचा चाची आ गए थे। |