प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पश्चिम जिला की साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली जलबोर्ड का कनेक्शन काटने की धमकी भरा मैसेज भेजकर ठगी करने वाले निवास कुमार मंडल को झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार किया है। बीटेक पास आरोपित बाबा किस्मत वाले के नाम से टेलीग्राम चैनल चलाता था और बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में सक्रिय ठगों को डेटा मुहैया करता था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने झारखंड के जामताड़ा से एक नाबालिग और एक ठगी के मामले में भगोड़ा को भी पकड़ा है। इनके कब्जे से पुलिस ने नौ मोबाइल फोन, पांच एटीएम, क्रेडिट कार्ड, तीन चेक बुक, एक मैकबुक, एक आईपैड और करीब 48 हजार नकद बरामद किए हैं।
पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त दरादे शरद भास्कर ने बताया कि हाल के दिनों में पश्चिम जिला में दिल्ली जल बोर्ड के नाम पर एपीके फाइलों के जरिए साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं की शिकायतें मिल रही थी। एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें एक वाट्सएप संदेश मिला। जिसमें दिल्ली जलबोर्ड का कनेक्शन काटने की बात लिखी थी। नकदी डालने के लिए उन्हें एपीके फाइल भेजा गया। उसके बाद उसके बैंक खाते से दो लाख रुपये निकाल लिए गए।
साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विकास बुलडक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि पैसे हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ड्राइव ट्रैक प्लस कार्ड के जरिए निकाले गए थे। जिसका इस्तेमाल बाद में हरियाणा के नूह स्थित पेट्रोल पंपों पर किया गया था। तकनीकी जांच से पता चला कि ठग झारखंड के जामताड़ा से हैक किए गए वाट्सएप अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे थे।
इसके जरिए पुलिस को आरोपित निवास कुमार मंडल के बारे में पता चला जो बाबा किस्मत वाले के नाम से एक टेलीग्राम चैनल चलाता था। पुलिस की टीम ने झारखंड और बंगाल में कई जगहों पर छापे मारे। पुलिस ने मुख्य आरोपित निवास कुमार मंडल को जामताड़ा के झिलुवा गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नौ मोबाइल फोन, करीब 48 हजार रुपये, एटीएम कार्ड, मैकबुक और आईपैड बरामद किए। पुलिस ने गांव में एक और छापेमारी कर फरार आरोपी प्रधुम्न कुमार मंडल को गिरफ्तार किया। साथ ही लोगों से ठगी करने के लिए कॉल करने वाले नाबालिग को भी पकड़ा।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि निवास मंडल अरुणाचल प्रदेश से बीटेक की पढ़ाई कर चुका है। उसपर दिल्ली में दो जालसाजी के मामले समेत चार मामले दर्ज हैं। जांच में पता चला कि वह 2024 में बैंक ग्राहकों के चुराया हुए डेटा वह पूरे भारत में साइबर अपराधियों को टेलीग्राम चैनल के जरिए बेचता था। प्रद्युम्न कुमार मंडल आठवीं पास है। उसपर पहले से कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली में तीन ठगी के मामले दर्ज हैं। वहीं, नाबालिग पांचवीं पास है और वह पीड़ितों को फोन कर उन्हें अपने बैंक खाते की जानकारी एपीके फाइल में डालने के लिए राजी करता था।
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