प्रतीकात्मक तस्वीर।  
 
  
 
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। बिहार में चुनावी घमासान तेज है, तो दिल्ली के चुनावी बाजार में खूब रौनक है। इस बार बिहार चुनाव में चुनावी प्रचार सामग्रियों की मांग में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। माना जा रहा है कि यह विधानसभा चुनाव कनाट प्लेस से कुछ किमी की दूरी पर स्थित सदर बाजार को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का चुनावी कारोबार दे जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
छठ पूजा के तत्काल बाद से चुनाव प्रचार सामग्रियों की बिक्री करने वाली थोक दुकानें गुलजार हैं। खासकर जन सुराज ने यहां भी रोचकता बढ़ाई है। देश के किसी भी कोने में चुनाव हो। सदर बाजार के प्रचार सामग्री बाजार में बहार आ जाती है। यहां 10 से अधिक थोक विक्रेता तथा निर्माता हैं।  
 
यहां से मुख्य रूप से भाजपा, कांग्रेस, जदयू, राजद व लोजपा के साथ जन सुराज पार्टी की ओर से चुनाव प्रचार सामग्रियों की मांग है। थोड़ी-थोड़ी मांग अन्य क्षेत्रीय दलों की है।  
 
सदर बाजार में चुनाव प्रचार सामग्रियों के थोक विक्रेता संजय कथूरिया के अनुसार, इस बिहार विधानसभा चुनाव में सदर बाजार से चुनाव प्रचार सामग्रियों की बिक्री का अनुमान करीब एक हजार करोड़ रुपये का है। उनके अनुसार, छठ पूजा बाद से मांग में तेजी आई है।  
 
उनके यहां से बिहार के विक्रेताओं के साथ राजनीतिक दल तथा प्रत्याशी चुनाव प्रचार सामग्रियों का ऑर्डर दे रहे हैं। वैसे, चुनावी चर्चा शुरू होने के साथ ही टिकट के दावेदारों द्वारा झंडों और पोस्टरों की मांग आने लगी थी।जबकि, प्रत्याशी की घोषणा व छठ का पर्व बीतने के बाद एकदम से तेजी आई है।  
 
सदर बाजार में एक अन्य थोक विक्रेता अनिल भाई के अनुसार, दो वर्ष पहले से जन सुराज की ओर से प्रचार सामग्रियों की मांग शुरू हो गई थी। जबकि, मुख्य तौर पर भाजपा तथा राजद की ओर से अधिक खरीदारी है। इसके बाद राजद व जदयू का नंबर आता है।  
 
प्रचार सामग्रियों में गमछा, झंडे, टोपी व टीशर्ट समेत अन्य हैं। जो गुजरात के अहमदाबाद, सूरत के साथ ही उत्तर प्रदेश के मथुरा से आ रहे हैं। अनिल भाई के अनुसार, जन सुराज ने बिहार चुनाव का बजट बढ़ाया है तो उनके यहां भी मांग में पिछले चुनाव की तुलना में 20 प्रतिशत की मांग अधिक है।  
 
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