हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कालेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप. Concept Photo
जागरण संवाददाता, सितारगंज । सिसौना महाविद्यालय में गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब छात्रसंघ अध्यक्ष पद का नामांकन निरस्त होने से क्षुब्ध छात्रा हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर कालेज की छत पर चढ़ गई और आत्मदाह की धमकी देने लगी। करीब डेढ़ घंटे तक चले इस घटनाक्रम ने कालेज परिसर में सनसनी फैला दी। पुलिस और कालेज प्रशासन के समझाने पर छात्रा को सुरक्षित नीचे उतारा गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एमए प्रथम वर्ष की छात्रा राजविंदर कौर ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए 24 सितंबर को नामांकन दाखिल किया था। आरोप है कि कालेज प्रशासन ने तथ्यों को देखे बिना उसका नामांकन मनमाने तरीके से निरस्त कर दिया। इससे आहत होकर छात्रा ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय की शरण ली। अदालत ने कालेज प्रशासन को मामले में उचित कार्रवाई के आदेश दिए। राजविंदर का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कॉलेज प्रशासन पिछले एक माह से मामले में टालमटोल कर रहा है और कोई जवाब नहीं दे रहा।
इसी बात से क्षुब्ध होकर वह गुरुवार को कालेज पहुंची और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि जब उसकी बात अनसुनी कर दी गई तो उसने आक्रोश में पेट्रोल की बोतल लेकर कालेज की छत पर चढ़कर आत्मदाह की धमकी दे दी। घटना की सूचना मिलते ही कालेज प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची सिडकुल पुलिस ने छात्रा से लंबी वार्ता की। करीब डेढ़ घंटे तक छात्रा छत पर डटी रही। बाद में पुलिस और कालेज प्रशासन के समझाने पर वह शांत हुई और सुरक्षित नीचे उतर आई।
छात्रा के प्रार्थना पत्र पर विधिक प्रक्रिया जारी है। इस मामले में जिला शासकीय अधिवक्ता से राय मांगी गई है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -
- रेनू बंसल, प्राचार्य |