लोगों को सनातनियों से दूर रहने की हिदायत दे दी थी (फाइल फोटो)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के सनातन पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने सिद्दरमैया पर जमकर हमला बोला है और उन पर हिंदुत्व के खिलाफ होने का आरोप लगाया है। सिद्दरमैया ने अपने एक संबोधन के दौरान लोगों को सनातनियों से दूर रहने की हिदायत दे दी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
सिद्दरमैया मैसूर विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह में पहुंचे थे। यहां ज्ञान दर्शन भवन का लोकार्पण करने के बाद उन्होंने कहा था, \“अपनी संगति सही रखें। समाज के लिए खड़े लोगों के साथ जुड़ें, न कि सामाजिक परिवर्तन का विरोध करने वालों या सनातनी लोगों के साथ।\“  
भाजपा ने किया पलटवार  
 
सिद्दरमैया ने सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंके जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा था, \“एक सनातनी ने भारत के चीफ जस्टिस पर जूता फेंका था। यह दर्शाता है कि सनातनी और रुढ़िवादी तत्व अभी भी मौजूद हैं।\“  
 
सिद्दरमैया ने आगे कहा, \“संविधान का विरोध किसने किया? मनुवादियों ने किया, गोलवलकर ने किया, सावरकर ने किया। अब भी वे इसका विरोध कर रहे हैं। क्या हमें उनसे सावधान नहीं रहना चाहिए।\“ भाजपा ने इसे लेकर सिद्दरमैया पर पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि सिद्दरमैया अपने खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।  
 
दक्षिणपंथी नेता विनोद बंसल ने कहा, \“कर्नाटक के मुख्यमंत्री के माता-पिता के नाम में राम है, उनकी पत्नी के नाम में पार्वती है और वह खुद को सिद्दरमैया कहते हैं। लेकिन लोगों को सनातनियों से दूर रहने की सलाह देते हैं।\“ वहीं डीके शिवकुमार ने खुद को सिद्दरमैया की टिप्पणी से अलग कर लिया है। |