माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप का वार्षिक दर्शन-पूजन इस बार भी पंचदिवसीय होगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशीपुराधीश्वरी माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप का वार्षिक दर्शन-पूजन इस बार भी पंचदिवसीय होगा। माता अपने दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को अन्न-धन का खजाना प्रदान करेंगी।
बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन की भिक्षा देने वाली मां अन्नपूर्णा अपने भक्तों पर कृपा बरसाएंगी। भक्तों के लिए माता का दरबार शनिवार, 18 अक्टूबर को धनतेरस पर्व पर खुल जाएगा और अगले पांच दिनों तक यम द्वितीया तक मां का आशीर्वाद भक्तों पर बरसता रहेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गुरुवार को काशी अन्नपूर्णा क्षेत्र के सभागार में मां अन्नपूर्णा मंदिर के महंत स्वामी शंकर पुरी महाराज ने पूरे आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धनतेरस के दिन स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के विग्रह के दर्शन और भक्तों को खजाने के रूप में सिक्का व लावा का वितरण किया जाएगा। धनतेरस के दिन शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में तीन बजे से मां पूजन-अर्चन आरंभ होगा।
पौने पांच तक सविधि षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। इसके पश्चात पांच बजे मां के दरबार का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। भक्तजन पांच दिनों तक माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी विग्रह के साथ ही, मां भूमि देवी, मां लक्ष्मी और रजत विग्रह में भगवान महादेव के दर्शन कर सकेंगे।
महंत शंकर पुरी महाराज ने बताया कि इस बार धनतेरस पर अत्यंत शुभ योग निर्मित हो रहा है, जिससे देश में समृद्धि रहेगी और कोष भरा रहेगा। भोर में माता के पूजन व आरती के पश्चात अभिजीत मुहूर्त में खजाने की पूजा की जाएगी।
भक्तों के आगमन व प्रस्थान के लिए अलग-अलग मार्गों की व्यवस्था की गई है। माता के दरबार में आने वाले भक्तों को बांसफाटक कोतवालपुरा के प्रवेश द्वार से ढूंढीराज गणेश होते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। अस्थायी सीढ़ियों से भक्त मंदिर के प्रथम तल पर स्थित स्वर्णमयी माता के परिसर में पहुंचेंगे।
मंदिर प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में दो दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मेडिकल टीम की व्यवस्था भी मंदिर प्रांगण में रहेगी। स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का पांच दिन का दर्शन प्रतिदिन भोर में चार बजे से रात्रि 11 बजे तक होगा। वीआईपी समय शाम पांच से सात रहेगा। वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है।
प्रेस वार्ता के अवसर पर प्रमुख रूप से हरिद्वार नीलकंठ से पधारे शिवानंद गिरी, प्रदीप श्रीवास्तव, धीरेंद्र सिंह, राकेश तोमर, अभिषेक शर्मा आदि उपस्थित थे। |