राजभवन को गंभीर बीमारियों को ठीक करने के नाम पर धर्मांतरण की शिकायत। फोटो जागरण  
 
  
 
राज्य ब्यूरो, रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से गुरुवार को झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति के एक शिष्टमंडल ने राजभवन में भेंट कर राज्य में कराए जा रहे धर्मांतरण की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।  
 
शिष्टमंडल ने राज्यपाल को चर्च मिशनरी द्वारा अंधविश्वास को बढ़ावा देने और गंभीर बीमारियों को ठीक करने के नाम पर अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों से अवगत कराते हुए संबंधित ज्ञापन सौंपा।  
 
शिष्टमंडल ने राज्यपाल से इस तरह की गैरकानूनी एवं अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली प्रार्थना सभाओं पर रोक लगाने और उचित कार्रवाई की पहल करने का आग्रह किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि रांची के नामकोम प्रखंड स्थित चांद (हरदाग) गांव में पिछले एक वर्ष से बिना जिला प्रशासन की अनुमति के झारखंड महाअभिषेक चर्च द्वारा टेंट पंडाल लगाकर यह दावा किया जा रहा है कि प्रभु यीशु के नाम पर प्रार्थना करने से अंधा, लंगड़ा, बहरा, गुंगा, महामारी, एड्स इत्यादि गंभीर बीमारियां ठीक हो सकती हैं।  
 
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इसी बहाने गुप्त रूप से लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। कहा गया कि इस तरह के आयोजन अन्य स्थानों पर भी किए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, शुभ संदेश एवं प्रार्थना सभा द जिजस इज लाईफ चर्च मैदान, अनगड़ा, रांची में 20 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही है।  
 
झारखंड रिवाइवल मिटिंग-2025 धुर्वा के प्रभात तारा मैदान में 23 से 25 अक्टूबर तक प्रस्तावित है। झारखंड प्रार्थना महोत्सव गुमला द्वारा गुमला में में आयोजित किया जा रहा है।  
 
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