LHC0088 • 2025-10-28 18:27:07 • views 760
एसी रिटायरिंग रूम में खटमल ने सुजाया हाथ, एसी डब्बे में चूहे ने गड़ाया दांत। फोटो जागरण
तापस बनर्जी, धनबाद। यात्री ट्रेनों की मेंटनेंस और रिटायरिंग रूम के कंबल-चादर की धुलाई की व्यवस्था की पोल चूहे और खटमलों ने खोल दी है। धनबाद स्टेशन के एसी रिटायरिंग रूम में पूर्व एयरफोर्स फ्लाइट इंजीनियर को पूरी रात खटमलों से जंग लड़नी पड़ी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सफर से थका उनका बेटा सोया तो उसके हाथ-पांव खटमलों ने सूजा दिये। हाथ-पांव में इंफेक्शन हो गया। दूसरी ओर, गंगा-सतलज एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी में सफर कर रहे आइआइटी आइएसएम कर्मी के बेटे को ट्रेन में चूहे ने काट लिया।
उसे एंटी रेबीज के इंजेक्शन लेने पड़ रहे हैं। सितंबर और अक्टूबर माह के 24 दिनों में यात्रियों को डराने वाली दो घटनाएं घटी हैं। रेलवे ने रटा रटाया जवाब देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है।
केस स्टडी एक
10 सितंबर को भारतीय वायु सेना के पूर्व फ्लाइट इंजीनियर तपन कुमार इंदू बेटे के साथ धनबाद स्टेशन के एसी रिटायरिंग रूम नंबर में ठहरे थे। खटमल में उन्हें पूरी रात जगाया। वह खटमलों से जंग लड़ते रहे पर बेटा थक कर सो गया।
सुबह जब बेटे के हाथ-पांव की हालत देखी तो चौंक पड़े। खटमलों ने उसके हाथ-पांव सूजा दिए थे। खटमल काटने से हाथ-पांव में लाल चकते निकल आए थे। कर्मचारी को बुलाकर दिखाया तो उसने कहा, शिकायत तो होती है, पर होता कुछ नहीं।
बाद में उन्होंने स्टेशन मास्टर को भी दिखाया। अधिकारियों तक शिकायत पहुंचने पर रेलवे की ओर से कहा गया कि आन ड्यूटी कर्मचारी को आवश्यक कार्रवाई को निर्देशित किया गया है।
केस स्टडी दो
पिछले चार अक्टूबर को आइआइटी आइएसएम कर्मचारी धीरज कुमार अपने 15 साल के बेटे के साथ फिरोजपुर कैंट से धनबाद आनेवाली गंगा सतलज एक्सप्रेस की फर्स्ट एसी में लखनऊ से धनबाद तक की यात्रा कर रहे थे।
पांच अक्टूबर की सुबह जब नींद खुली तो स्तब्ध रह गए। उनके बेटे को चूहे ने काट लिया था। आइआइटी आइएसएम के हेल्थ सेंटर में उसे एंटी रेबिज का इंजेक्शन दिलाना पड़ा। तीन इंजेक्शन पड़ चुके हैं। दो और लेने होंगे।
मामले की शिकायत पर रेलवे की ओर से कहा कि शिकायत दर्ज कर संबंधित को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। यह भरोसा भी दिया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
ट्रेनों में ओबीएचएस को निकला 25.4 करोड़ का ठेका
लगभग हर दिन सफाई को लेकर मिल रही शिकायतों के बीच रेलवे ने रनिंग ट्रेनों में सफाई को लेकर आन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस ओबीएचएस के लिए टेंडर निकाला है। धनबाद मंडल की ट्रेनों के लिए चार वर्षाें के ओबीएचएस कार्य की अनुमानित लागत 25 करोड़ चार लाख 69 हजार 453 रुपये है। |
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