ओडिशापुुलिस द्वारा जब्त की गई तेंदुए की खाल।  
 
संवाद सहयोगी, बड़बिल। ओडिशा में वन्यजीवों की तस्करी करने वाले बिहार और क्योंझर के दो अपराधी पुुलिस के हत्थे चढ़ गए। इनकी कहानी जानकर पुलिस भी दंग रह गई। वे लंबे अरसे से वन्यजीवों की तस्करी में संलिप्त थे। क्योंझर जिले में गुरुवार को पकड़ाए दोनों तस्कर तेंदुए की खाल को बेचने की फिराक में थे, तभी वन विभाग और पुलिस ने दबोच लिया। गुरुवार को खुफिया जानकारी के आधार पर वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त छापामारी अभियान चलाया। क्योंझर जिले के जुडिया घाटी, मुंडा साही में छापेमारी कर तेंदुए की खाल जब्त की। पुुलिस के हत्थे चढ़े दोनों तस्कर रिश्ते में साले और बहनोई हैं। आरोपितों में रवींद्र टुडू (25), पटना और उनकी पत्नी के भाई मनुआ हेम्ब्रम (40) क्योंझर के जुडिया मुंडा साही के रहने वाले हैं।   हाथी दांतों के व्यापार से संबंधित कई वीडियो क्लिप भी मिलीं : खुफिया जानकारी के आधार पर अधिकारियों ने दबिश दी। रवींद्र टुडू के पास बरामद मोबाइल फोन में हाथी दांतों के व्यापार से संबंधित कई वीडियो क्लिप भी मिलीं। इन क्लिपों की जांच जारी है, ताकि तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान की जा सके। वन विभाग ने बताया कि इस मामले में वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।    जंगल के बीचोंबीच घर में तेंदुए की खाल की हो रही थी तस्करी : क्योंझर प्रभागीय वनाधिकारी एचडी धनराज को सूचना मिली कि एक घर में तेंदुए की खाल अवैध रूप से रखी गई है। तस्कर इसे बेचने की फिराक में हैं। इसके बाद सहायक वन संरक्षक अशोक कुमार दास के नेतृत्व में वनकर्मियों और पुलिस की टीम ने जुडिया जंगल में छापा मारा। रवींद्र टुडू को खाल के साथ गिरफ्तार किया गया। इसकी निशानदेही पर मनुआ हेम्ब्रम को भी दबोचा गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |