नौकरी के लिए दस्तावेज लेकर 3.44 लाख की धोखाधड़ी 
- पीड़ित ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराया मुकदमा  
 
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक को ठगी का शिकार बना दिया गया। आरोपितों ने युवक के नाम पर बैंक खाता खुलवाया और क्रेडिट निकलवाया। इसके बाद 3.44 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। पीड़ित ने पति-पत्नी समेत एक्सिस बैंक के तत्कालीन मैनेजर पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कोर्ट की मदद से मुकदमा दर्ज कराया है।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
पुलिस के मुताबिक, ग्राम रावली महदूद थाना सिडकुल निवासी आशीष प्रसाद उर्फ आशीष उनियाल ने कोर्ट में शिकायत कर बताया कि वर्ष 2022 में वह नौकरी की तलाश में था। इसी दौरान एफ-ब्लॉक न्यू शिवालिकनगर में दीपक अग्रवाल और उसकी पत्नी पिंकी अग्रवाल से मुलाकात हुई।  
 
दोनों जॉब प्लेसमेंट ऑफिस चलाते थे। उन्होंने नौकरी दिलाने का झांसा दिया और कहा कि कंपनी में सैलरी आने के लिए डिजिटल बैंक खाता खुलवाना जरूरी है। आशीष ने भरोसा करते हुए अपने आधार कार्ड और शैक्षणिक दस्तावेज दे दिए। दोनों ने अपने लैपटॉप से उसका डिजिटल खाता खुलवाया और कुछ समय इंतजार करने को कहा। लेकिन कुछ समय बाद जब वह फिर उनके ऑफिस पहुंचा तो पता चला कि वे अपना ऑफिस बंद कर वहां से चले गए हैं।  
 
इसके बाद उसने खुद ही दूसरी कंपनी में नौकरी कर ली। धोखाधड़ी का पता उसे तब चला जब वह दिसंबर 2023 में बिजनेस लोन के लिए आवेदन किया तो सिबिल स्कोर कम निकला। जांच करने पर पता चला कि उसके नाम से एक्सिस बैंक पलवल शाखा, हरियाणा में एक खाता और क्रेडिट कार्ड जारी किया गया था, जिससे 3.44 लाख रुपये एटीएम के जरिए निकाले गए थे।  
 
आरोप है कि दीपक अग्रवाल और पिंकी अग्रवाल ने एक्सिस बैंक के तत्कालीन मैनेजर की मिलीभगत से जालसाजी कर उसके नाम से क्रेडिट कार्ड बनवाया और रकम निकाल ली। पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया है। रानीपुर कोतवाली के एसएसआई नितिन चौहान ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। |