अधिकारियों की लापरवाही से दो साल बाद भी ओवरब्रिज का निर्माण अधूरा। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर। अधिकारियों की लापरवाही के कारण कानपुर-झांसी रेल मार्ग पर पुखरायां व चौरा स्टेशन के बीच रेल गेट संख्या 202 पर दो वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी ओवरब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। जिससे भोगनीपुर से घाटमपुर की ओर आवागमन करने वाले वाहन चालकों व पैदल यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कानपुर-झांसी रेल मार्ग पर पुखरायां व चौरा स्टेशनों के बीच संचालित रेल गेट संख्या 202 से गुजर कर भोगनीपुर से घाटमपुर की ओर आने जाने वाले वाहनों व पैदल राहगीरों का आवागमन होता है।
कानपुर-झांसी के बीच दोहरी रेल लाइन पड़ी होने के कारण पूरे दिन इस रेल क्रासिंग से ट्रेनें गुजरती है, जिससे रेल फाटक बंद रहने के कारण सड़क मार्ग पर चलने वाले वाहनों व पैदल यात्रियों को रेल फाटक पर खड़ा होकर आवागमन के लिए घंटों समय बर्बाद करना पड़ता है ।
कभी-कभी रेल गेट का फाटक खुला होने पर क्रासिंग से गुजरते समय वाहनो की लंबी लाइनें लग जाने से रेल फाटक बंद नहीं हो पाता है। जिससे रेल पटरी पर आ रही ट्रेनों को बीच रास्ते में खड़ा होना पड़ता है।
इन सभी परेशानियों से बचाव के लिए सरकार ने रेल गेट संख्या 202 पर ओवरब्रिज बनाने का फैसला लिया है। इसके तहत शासन के निर्देश पर 30 मई 2023 को प्रदेश सरकार के तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने ओवरब्रिज बनाने के लिए शिलान्यास किया था।
शिलान्यास के समय ही तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से विचार विमर्श कर दिसम्बर 2023 में ओवरब्रिज का निर्माण पूरा कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण दो वर्ष बाद भी काम अधूरा है।
राज्य सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक बीके सेन ने बताया कि ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य आखिरी चरण पर है। अक्टूबर माह के अंत तक निर्माण कार्य पूरा करा आवागमन शुरू करा दिया जाएगा। |