मनीष कुमार, औरंगाबाद। कभी माओवाद का गढ़ रहे जिले के दक्षिणी इलाके के मदनपुर, देव और कुटुंबा प्रखंड के जंगल और पहाड़ी क्षेत्र से अब माओवाद का आतंक अंत समाप्त हो गया है। करीब तीन-चार वर्ष पहले तक यह इलाका माओवादी गतिविधियों से ग्रस्त था- जहां पुलिस के लिए गश्त करना भी किसी चुनौती से कम नहीं था।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
हर चुनाव में माओवादी अपने प्रभाव क्षेत्र में आइईडी लगाते थे, जिससे ग्रामीण भयभीत रहते थे। अधिकांश वोटर मतदान देने नहीं जाते थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार व जिला पुलिस द्वारा समन्वय बनाकर निरंतर अभियान और सघन तलाशी के बाद इस क्षेत्र में अब शांति लौट आई है।   
काला झंडा लगाकर चुनाव का बहिष्कार  
 
पहले माओवादी मतदान केंद्रों पर काला झंडा लगाकर चुनाव का बहिष्कार करते थे लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। ग्रामीणों में लोकतंत्र के प्रति विश्वास और उत्साह बढ़ा है। अब मतदाता बिना किसी डर के अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्रों तक पहुंचते हैं।   
 
माओवाद खत्म होने के बाद इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रशासन ने कई नई पहल की है। देव प्रखंड के दुलारे पंचायत स्थित उच्च विद्यालय दुलारे और बन मंझौली मध्य विद्यालय में पहली बार मतदान केंद्र बनाए गए हैं। ये दोनों केंद्र झारखंड सीमा से सटा है। यहां का मतदान पहले गोल्हा विद्यालय में कराया जाता था।   
कनौदी गांव में मतदान केंद्र बनाया गया  
 
नए मतदान केंद्र बनने से छुछिया, जगदीशपुर, विशुनपुर, बन मंझौली, दुरा समेत आसपास के गांवों के मतदाताओं को अब लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इसी तरह मदनपुर प्रखंड के कनौदी गांव में मतदान केंद्र बनाया गया है।   
 
संवेदनशील मतदान केंद्रों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। मगध क्षेत्र के आइजी छत्रनील सिंह, डीएम श्रीकांत शास्त्री और एसपी अंबरीष राहुल मतदान केंद्रों का निरीक्षण किए हैं। सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा किए हैं।   
विद्यालय में माओवादियों का जमावड़ा  
 
डीएम पहली बार छुछिया गांव पहुंचकर विद्यालय का निरीक्षण किए हैं। पांच वर्ष पहले तक इस विद्यालय में माओवादियों का जमावड़ा लगा रहता था। एसपी अंबरीष राहुल ने बताया कि मतदान केंद्रों तक जाने वाले रास्तों और पुल-पुलियों की लगातार डिमाइनिंग की जा रही है ताकि किसी भी तरह का खतरा न रहे।   
 
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती रहेगी जिससे चुनाव शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न हो सके। |