बिजनौर, नजीबाबाद, कोटद्वार व कुमाऊं की ओर जाने वालों की भीड़. Jagran  
 
  
 
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। दीपावली पर्व को लेकर रविवार सुबह से ही हरिद्वार में यात्रियों की भीड़ चरम पर पहुंच गई। हरिद्वार में सिड़कुल सहित प्रमुख व्यापारिक केंद्र होने के कारण यहां खरीदारों और कामगारों की बड़ी संख्या है। विशेषकर दिल्ली, मेरठ, रुड़की, बिजनौर, नजीबाबाद, कोटद्वार और कुमाऊं क्षेत्र की ओर जाने वाले यात्रियों की भीड़ सबसे अधिक है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
लगातार बढ़ती भीड़ के कारण यहां यातायात व्यवस्था लड़खड़ा गई और लोगों को घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ा। साथ ही बसों की कमी के कारण बसों में ठूंस-ठूंस यात्रियों को भरा जा रहा है।  
 
हरिद्वार बस अड्डा, रेलवे स्टेशन व प्रमुख मार्गों पर यात्रियों का सैलाब उमड़ा हुआ है। हरिद्वार से देहरादून, दिल्ली, मेरठ, सहारनपुर और रुड़की की दिशा में चलने वाली बसों में सीट मिलना यात्रियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहा। कई यात्रियों को दरवाजे तक लटककर सफर करने की मजबूरी उठानी पड़ी। परिवहन निगम के अनुसार दीपावली की छुट्टियों को देखते हुए अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश दिए गए हैं, किंतु यात्रियों की अप्रत्याशित भीड़ के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं। कई स्थानों पर पुलिस को यातायात नियंत्रित करने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी।  
 
बस अड्डा, चंडी पुल क्षेत्र, ज्वालापुर, कनखल और रेलवे स्टेशन मार्ग पर रविवार दोपहर तक वाहन रेंग-रेंग कर चलते दिखाई दिए। लोगों ने बताया कि बसें न मिलने के कारण कई यात्रियों ने साझा वाहनों या निजी टैक्सियों का सहारा लिया, जिससे किराये भी कई गुना बढ़ गए हैं। यात्री अनिल पांथरी, जो अपने परिवार के साथ कोटद्वार जा रहे थे, ने बताया कि रविवार सुबह से बस अड्डे पर खड़े हैं, लेकिन सीट मिलना मुश्किल हो गया है। हर बस में पहले से ही भीड़ ठुंसी पड़ी है। देहरादून से कोटद्वार के लिए जो बस आ रही है, उनमें भी सीट नहीं है। |