आर. बी. कॉलेज में छात्राओं ने बताई अपनी मांग। जागरण   
 
  
 
संवाद सहयोगी, दलसिंहसराय (समस्तीपुर)। Bihar Assembly Election 2025: विधानसभा चुनाव के समय महिलाएं अब केवल मतदाता नहीं, बल्कि अपनी आवश्यकताओं और अधिकारों को लेकर मुखर आवाज बन चुकी हैं।  
 
उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र के दलसिंहसराय स्थित आर. बी. कॉलेज में छात्राओं ने अपनी मांगों के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश दिया कि शिक्षा में समान अवसर की दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।  
 
दैनिक जागरण की टीम जब आर. बी. कॉलेज पहुंची, तो वहां की छात्राओं ने अपनी समस्याओं और उम्मीदों को खुलकर रखा। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन उनके लिए अलग से उच्च शिक्षा का संस्थान अभी तक नहीं बन पाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
छात्राओं की प्रमुख मांग है कि उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में एक महिला कॉलेज की स्थापना जल्द की जाए, ताकि लड़कियों को सुरक्षित और अनुकूल माहौल में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके।  
 
वर्तमान में आर. बी. कॉलेज में करीब 10,000 छात्र अध्ययनरत हैं, जिनमें लगभग 8,000 छात्राएं हैं। यह आंकड़ा साफ तौर पर यह दर्शाता है कि यहां की बेटियां शिक्षा के प्रति गंभीर हैं और उनकी संख्या पुरूष छात्रों से कहीं अधिक है।  
 
छात्राओं ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में पढ़ने के बावजूद उन्हें एक स्वतंत्र महिला कॉलेज का संसाधन और वातावरण नहीं मिल पाया है। कई छात्राओं ने बताया कि सह-शिक्षा वाले कॉलेज में उन्हें कभी-कभी असुविधा और असुरक्षा की स्थिति का सामना करना पड़ता है।  
 
इसके बावजूद वे अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं। छात्राओं का कहना था कि सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कभी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया, जबकि दलसिंहसराय और आसपास के क्षेत्रों की लड़कियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है।  
 
छात्रा कशिश कुमारी ने कहा, “हम अपने क्षेत्र में महिला कॉलेज की मांग लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिलता है।” वहीं एक अन्य छात्रा सुप्रिया कुमारी ने कहा कि अगर महिला कॉलेज की स्थापना होती है तो दूरदराज की लड़कियों को भी शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी।  
 
चुनावी माहौल में जब सभी राजनीतिक दल महिला मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हैं, ऐसे समय में छात्राओं की यह मांग चुनावी मुद्दा भी बन सकती है। स्थानीय लोग भी इस मांग का समर्थन कर रहे हैं।  
 
सामाजिक संस्थाओं ने इसे क्षेत्र के विकास से जोड़कर देखा है और कहा है कि एक महिला कॉलेज की स्थापना से न केवल शिक्षा स्तर बढ़ेगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगा।  
 
अब नजर इस बात पर होगी कि उजियारपुर विधानसभा के प्रत्याशी और राजनीतिक दल इस जनसरोकार से जुड़ी मांग को अपने घोषणापत्र में शामिल करते हैं या नहीं। ग्रामीण क्षेत्र की इन छात्राओं की आवाज चुनावी विमर्श में नई दिशा दे सकती है। |