जागरण संवाददाता, संभल। सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उसके बेटे अनोस और सैफुल के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस एंलएफसी कंपनी के बैंक खातों और आर्थिक लेन-देन की जांच करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले उनके खिलाफ 32 प्राथमिकी रायसत्ती थाने में दर्ज हो चुकी हैं, जबकि पुलिस दिल्ली स्थित उनके आवास पर छापेमारी भी कर चुकी है। अब मुंबई में टीम छापेमारी करेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
असमोली थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर गहरा उर्फ महमूदनगर के शाने आलम, हयातनगर थाना क्षेत्र के सरायतरीन की युशरा और हयातनगर के गांव जोगीपुर के मोहम्मद मुस्कुरान ने बताया था कि 20 अप्रैल 2024 को राजमहल रिसोर्ट, संभल में एफएलसी कंपनी के नाम पर एक मीटिंग आयोजित की गई थी।
मीटिंग में मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, उसका बेटा अनोस हबीब और उसके सहयोगी सैफेल द्वारा 70 प्रतिशत तक मुनाफे का झांसा देकर एफएलसी नामक योजना के माध्यम से निवेशकों बिटकाइन में मोटी रकम निवेश कराई गई।
सानिया आलम ने 4.05 लाख रुपये, युशरा ने 1.35 लाख रुपये और मोहम्मद मुस्कुरान ने 45 हजार रुपये का निवेश किया और बताया कि नुकसान होने की स्थिति में पूरी जिम्मेदारी खुद उठाने का भरोसा दिलाया गया, लेकिन निवेश के बाद न तो रकम वापस की गई और न ही कोई लाभ मिला।
उलटे जब निवेशक पैसे की मांग करने लगे तो उन्हें धमकियां दी जाने लगीं। इसके बाद पीड़ित एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई से मिले और मामले की शिकायत की। रायसत्ती थाने में जावेद हबीब, उसके बेटे और संभल के मुहल्ला नई सराय निवासी सैफुल के खिलाफ अब तक 32 प्राथमिकी दर्ज हो चुकी हैं।
पुलिस को दिल्ली और मुंबई में कंपनी के कई बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं। अब तक करीब पांच करोड़ रुपये के निवेश की पुष्टि हो चुकी है और 150 से अधिक लोग इस जालसाजी में फंसे हैं। लेनदेन अंतरराज्यीय स्तर तक फैला होने की आशंका है। इसलिए अब पुलिस जावेद हबीब के खिलाफ आर्थिक लेन-देन की पूरी जांच में जुट गई है।
बुधवार को रायसत्ती थाना पुलिस टीम दिल्ली के फ्रेंड्स कालोनी स्थित उनके घर पहुंची थी, लेकिन वहां से वह पुलिस के हाथ नहीं लगे। दीपावली के बाद पुलिस मुम्बई जाएगी। हबीब की संपत्तियों को भी कुर्क किया जा सकता है।
रायसत्ती थाना प्रभारी बोबिंद्र ने बताया कि जावेद हबीब के खिलाफ अब तक कुल 32 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई मामलों में साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब पुलिस उसकी कंपनी के खातों और फर्मों की वित्तीय गतिविधियों का ब्योरा खंगालेगी। |
|