deltin33                                        • 2025-10-17 03:37:06                                                                                        •                views 558                    
                                                                    
  
                                
 
  
 
    
 
इंदौर में ट्रक हादसे के चलते नो एंट्री में हुई चार मौतों में एसीपी-टीआई सहित सात पुलिसकर्मी दोषी  
 
  
 
जेएनएन, इंदौर। एरोड्रम और मल्हारगंज थाना क्षेत्र में नो एंट्री में हुई सड़क दुर्घटना में एसीपी-टीआइ सहित सात पुलिसकर्मी दोषी पाए गए है। एक महीने पूर्व हुई इस घटना की जोन-4 के एडीसीपी दीशेष अग्रवाल ने प्राथमिक जांच कर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह को प्रस्तुत की है। एडीसीपी की रिपोर्ट के आधार पर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण नो एंट्री में घुस गया था ट्रक  
 
पेपर और गत्ते से भरा ट्रक(एमपी 09जेडपी 4069) पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण नो एंट्री में घुस गया था। शराब पीकर ट्रक चला रहे चालक गुलशेर ने 20 लोगों को टक्कर मार दी जिसमें कैलाशचंद्र जोशी,लक्ष्मीनारायण सोनी,महेश,संदीप बिजवा की मौत हो गई थी।  
 
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना को गंभीरता लेकर डीसीपी(ट्रेफिक) अरविंद तिवारी को मुख्यालय अटैच कर दिया और एसीपी सूदेशसिंह सहित टीआइ अर्जुनसिंह पंवार,दीपक यादव,सूबेदार चंद्रेश मरावी,एसआइ प्रेमसिंह और सिपाही विजय चौहान,राहुल राजावत और देवेंद्र को निलंबित कर दिया।  
 
पुलिस आयुक्त संतोष कुमारसिंह ने जोन-4 के एडिशनल डीसीपी दीशेष अग्रवाल को घटना की जांच सौंपी गई। गुरुवार को एडीसीपी ने प्रारंभिक रिपोर्ट अफसरों को प्रस्तुत कर बताया सभी पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना हुई है। एसीपी से लेकर टीआइ को रिपोर्ट में दोषी बताया गया है।  
 
एसीपी सुदेश सिंह: भ्रमण के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को गायब देखा मगर उनकी गैर हाजिरी नहीं लगाई। उनके बदले में दूसरा बल नहीं मांगा गया। एसीपी वायरलेस सेट से कंट्रोल रुम को सूचित कर रवाना हो गए।  
 
टीआई अर्जुनसिंह पंवार: नो एंट्री के आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। भ्रमण कर पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर नहीं भेजा।  
 
टीआई दीपक यादव: जोन-1 के प्रभारी बनाए गए थे। बल की उपस्थिति सुनिश्चित करना थी। नो एंट्री पाइंट पर ध्यान नहीं दे रहे थे।  
 
सूबेदार:चंद्रेश मरावी: सात बजे ड्यूटी पाइंट पर पहुंच जाना था। नो एंट्री मार्ग में ट्रक को प्रवेश करने से रोकना था।  
बयान लेकर लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज निकाले  
 
एडीसीपी ने करीब एक महीने तक जांच की। एरोड्रम थाना में ट्रक चालक के विरुद्ध दर्ज एफआइआर से शुरुआत की। पीड़ितों के साथ लापरवाह पुलिसकर्मियों के कथन लिए गए। एडीसीपी ने उनके फोन की लोकेशन और एयरपोर्ट से लेकर बड़ा गणपति चौराहा तक के सीसीटीवी फुटेज निकाले। |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
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