नई दिल्ली। ऑनलाइन फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सर्विस देने वाली कंपनी इटर्नल (पहले जोमैटो) ने दूसरी तिमाही के नतीजे पेश कर दिए हैं। कंपनी का मुनाफा इस क्वार्टर (Eternal Q2 results) में घटकर ₹65 करोड़ रह गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में ₹176 करोड़ से 63% कम है। हालांकि, पिछली तिमाही (अप्रैल-जून) की तुलना में नेट प्रॉफिट में सुधार हुआ है, जो ₹25 करोड़ रहा था। इटरनल लिमिटेड, फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ज़ोमैटो और क्विक कॉमर्स फर्म ब्लिंकिट का संचालन करती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ज़ोमैटो का ऑपरेशन से रेवेन्यू दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 183 प्रतिशत बढ़कर 13,590 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 4,799 करोड़ रुपये था। हालांकि, Q1 में कंपनी ने 7,167 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया था।
कंपनी के कुल खर्च बढ़े
इटरनल का कुल खर्च सितंबर में समाप्त तिमाही में 188 प्रतिशत बढ़कर 13,813 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 4,783 करोड़ रुपये और एक तिमाही पहले 7,433 करोड़ रुपये था। ज़ोमैटो का इस तिमाही के अंत में कैश बैलेंस 18,314 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही में 18,857 करोड़ रुपये से कम है।
फूड डिलीवरी सर्विस से इनकम
सितंबर तिमाही में कंपनी का फूड डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस का समायोजित राजस्व साल-दर-साल 22 प्रतिशत बढ़कर 2,863 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 2,340 करोड़ रुपये था।
ज़ोमैटो के फ़ूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म के लिए औसत मासिक लेन-देन करने वाले ग्राहकों की संख्या 22.9 मिलियन से बढ़कर 24.1 मिलियन हो गई। एक साल पहले इसी अवधि में प्लेटफ़ॉर्म पर 20.7 मिलियन कस्टमर थे।
ब्लिंकिट से हुई कमाई
ज़ोमैटो की क्विक कॉमर्स यूनिट ब्लिंकिट ने Q2FY26 में 156 करोड़ रुपये का (EBITDA) लॉस दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए 8 करोड़ रुपये के नुकसान से अधिक है। यह घाटा कंपनी के तेजी से डार्क स्टोर विस्तार के कारण हुआ है।
ये भी पढ़ें- 3, 4 और 6 रुपये वाले शेयरों का मल्टीबैगर रिटर्न, 5000% तक बढ़ा भाव, दिवाली से दिवाली तक ₹300 तक पहुंची कीमतें
हालांकि, ब्लिंकिट का रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर 756 प्रतिशत बढ़कर 9,891 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 1,156 करोड़ रुपये था। इससे पहले पिछली तिमाही में कंपनी का राजस्व 2,400 करोड़ रुपये था। |