कौन है भारतीय मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट एशले टेलिस?   
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल के प्रसिद्ध अमेरिकी रक्षा रणनीतिकार एशले जे. टेलिस को गिरफ्तार किया गया है। टेलिस पर गोपनीय दस्तावेज रखने और चीनी अधिकारियों से मिलने के आरोप है। आइए जानते हैं कौन हैं एशले टेलिस? जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
दरअसल, भारतीय मूल के प्रसिद्ध अमेरिकी विशेषज्ञ, एशले जे. टेलिस जो अमेरिकी प्रशासन के प्रमुख सलाहकारों में से एक थे। वे पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में कार्यरत थे। इनको प्रतिबंधित सरकारी सामग्री के उनके संचालन से संबंधित संघीय जांच के बाद हिरासत में ले लिया गया।  
कौन हैं एशले टेलिस?  
 
भारतीय मूल के एशले टेलिस कार्नेगी एंडोमेंट फ़ॉर इंटरनेशनल पीस में एक वरिष्ठ फेलो हैं और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत रहे हैं। भारतीय मूल के एशले टेलिस एक सीनियर नीति रणनीतिकार हैं, जो 2001 में अमेरिकी सरकार में शामिल हुए थे। टेलिस पिछले कुछ सालों से अमेरिका-भारत-चीन नीतिगत क्षेत्र में स्थायी सदस्य हैं। टैलिस पैनल में एक जाना-पहचाना चेहरा और एक सम्मानित आवाज हैं।  
भारत के मुखर विरोधी  
 
टेलिस ने भारत के साथ बुश प्रशासन के असैन्य परमाणु समझौते पर बातचीत में मदद की थी, जिसे दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों को मजबूत करने में एक मील का पत्थर माना गया था। लेकिन हाल के वर्षों में टेलिस वाशिंगटन में भारत अमेरिका संबधों में सबसे मुखर विरोधियों में से एक के रूप में जाने जाते हैं।  
 
फॉरेन अफेयर्स में प्रकाशित एक निबंध में टेलिस ने कहा था कि भारत अक्सर अमेरिका के विपरीत नीतियों पर काम करता है, रूस और ईरान के साथ उसके संबंधों का हवाला देते हुए, टेलिस ने कहा था कि उन्हें संदेह है कि भारत निकट भविष्य में चीन की ताकत का मुकाबला कर पाएगा।  
10 साल की जेल और 250,000 डॉलर का जुर्माना  
 
बता दें कि शनिवार, 11 अक्टूबर को वर्जीनिया के वियना स्थित एशले टेलिस के घर की जब तलाशी ली गई तो उनके घर से अति गोपनीय और गुप्त चिह्नों वाले एक हज़ार से ज़्यादा पन्नों के गोपनीय दस्तावेज मिले। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। एफबीआई के हलफनामे में आरोप लगा है कि टेलिस ने संघीय कानून का उल्लंघन करते हुए जानबूझकर गोपनीय रक्षा जानकारी अपने पास रखी। अगर टेलिस दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 10 साल तक की जेल और 250,000 डॉलर का जुर्माना हो सकता है।  
 
एफबीआई के हलफनामे के अनुसार, टेलिस को इसी साल सितंबर और अक्टूबर में रक्षा और विदेश विभाग की इमारतों में प्रवेश करते देखा गया था। उन्हें सैन्य विभाग से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को निकालते और प्रिंट करते हुए देखा गया। वे चमड़े के फ्रीफकेस के साथ निकल रहे थे।  
 
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