जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है।श्रीमंदिर उप-समिति (सुरक्षा) ने मंदिर परिसर के भीतर मोबाइल फोन के उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।यह नियम मंदिर पुलिस, सेवायत (सेवकों) और सभी आगंतुकों पर समान रूप से लागू होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
यह फैसला समिति के अध्यक्ष गिरीश चंद्र मुर्मु द्वारा की गई एक विस्तृत सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद लिया गया।बैठक में मंदिर की आंतरिक और बाहरी दोनों सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर चर्चा हुई। मंदिर के भीतर निर्बाध संचार सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल फोन की जगह अधिक सुरक्षित वॉकी-टॉकी उपकरण अधिकृत कर्मियों को उपलब्ध कराए जाएंगे।  
 
मुर्मु ने स्पष्ट किया कि यह कदम किसी को असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि मंदिर की पवित्रता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।  
सुरक्षा के लिए निगरानी और सख्ती जरूरी  
 
उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की सुरक्षा चूक को रोकने के लिए निगरानी उपकरण आवश्यक हैं। फिलहाल हम तलाशी की कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन निगरानी सिस्टम को और मजबूत करना होगा, इसलिए पुलिस कर्मियों से भी कहा गया है कि वे मंदिर परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग न करें।  
 
इसके अलावा, हम क्लोज-सर्किट वॉकी-टॉकी डिवाइस जल्द ही शुरू करेंगे, ताकि कोई मोबाइल अंदर न ले जाए।  
 
जब पूछा गया कि क्या यह नियम सेवायतों पर भी लागू होगा, तो मुर्मु ने स्पष्ट कहा कि हां यह सेवायतों पर भी लागू होगा। उन्होंने बताया कि सेवायतों के लिए भी आवश्यक संचार व्यवस्था की जाएगी। यह किसी पर थोपे गए प्रतिबंध नहीं होंगे, बल्कि सबकी सहमति और सहयोग से लागू किए जाएंगे।  
 
अंत में मुर्मु ने कहा कि हमारा इरादा किसी को परेशानी में डालना नहीं है, लेकिन मंदिर की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं हो सकता। मंदिर की भलाई के लिए जो भी कदम ज़रूरी होंगे, वे निश्चित रूप से उठाए जाएंगे। |