संवाद सूत्र, बिंवार। मौसम साफ रहने से रवी की फसल की बुवाई का कार्य शुरू हो गया है। लेकिन डीएपी खाद न मिलने से किसान परेशान है और खाद लेने के लिए इधर उधर भटक रहा है। कस्बा बिंवार में दो समितियां स्थापित हैं। जिसमें करीब 1200 खाता धारक किसान हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ 500 बोरी ही डीएपी का वितरण हो पाया है। ऐसे में किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
 
कस्बा बिंवार के पुराना बस स्टाप के पास सहकारी समिति स्थित है। जिसमें दो पैक्स बिंवार, भुजपुर, रूरी पारा संचालित है। दोनों पैक्स से करीब दस से अधिक गांव बांधुर खुर्द, बांधुर बुजुर्ग, रूरी पारा, बजेहटा, अछपुरा, बहदीना, बिंवार, निवादा, उमरी, भरखरी के ग्रामीणों को खाद दी जाती है। लगातार बरसात होने पर खाद के लिए किसान परेशान नहीं था। लेकिन अब तेज धूप निकलने के साथ रवी की फसल का समय चल रहा है।  
जुताई का काम शुरू  
 
किसानों ने खेतों की जुताई करने की तैयारी शुरू कर दिया है। लेकिन सहकारी समिति से किसानों को अभी तक सिर्फ 500 बोरी डीएपी दी गई है। जबकि दोनों पैक्स में करीब 1200 खाता धारक किसान है। इसके अलावा कुछ किसान खाता धारक नहीं है। वह नगद खाद लेते हैं।  
 
पिछले दो माह में चार ट्रक एनपीके और पांच सौ बोरी डीएपी का वितरण किया गया है। जबकि किसानों की मांग डीएपी खाद की अधिक है। किसान डीएपी मजबूरन प्राइवेट दुकानों से महंगे दामों में ले रहा है। डीएपी का वितरण न होने से किसान परेशान हैं। एडीओ बृजमोहन पटेल ने बताया कि दो दिन बाद डीएपी की रैक लगेगी। इसी सप्ताह में दोनों समितियों में पर्याप्त मात्रा में खाद भिजवाई जाएगी। |