प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को संदेश दे दिया है कि राजद के सभी वर्तमान विधायकों को 2025 के विधानसभा चुनाव में टिकट की गारंटी नहीं है। सारण जिले से आने वाले राजद के तीन विधायकों-रामानुज प्रसाद, छोटेलाल राय और जितेंद्र राय को प्रतीक्षा सूची में रख कर उन्होंने साफ संदेश दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दानापुर के विधायक रीतलाल यादव को भी टिकट मिलने पर संदेह है। रीतलाल जेल में हैं। उनकी पत्नी चुनाव लड़ना चाहती हैं। उनका मामला लालू प्रसाद के पास भेज दिया गया है। तेजस्वी ने फतुहा के विधायक रामानंद यादव को भी हरी झंडी दे दी है। पार्टी का एक हिस्सा राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती को फतुहा से उम्मीदवार बनाने की वकालत कर रहा था।
राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव इसबार भी हिलसा से उम्मीदवार होंगे। पिछली बार वे केवल 12 वोटों के अंतर से हारे थे। मनेर से भाई वीरेंद्र का टिकट फाइनल हो गया है। लालू प्रसाद के विस्तृत परिवार के एक सदस्य को मनेर से उम्मीदवार बनाने की मांग हो रही थी।
मसौढ़ी की राजद विधायक रेखा पासवान को कहा गया है कि वह सुविधानुसार नामांकन की तिथि तय कर लें। राजद के कुछ स्थानीय कार्यकर्ता रेखा पासवान का विरोध कर रहे थे। वोटर अधिकार यात्रा के समय तेजस्वी जब गायघाट विधानसभा क्षेत्र से गुजर रहे थे, लोगों ने वहां के राजद विधायक निरंजन राय का विरोध किया था।
निरंजन फिर चुनाव लड़ेंगे। दरभंगा ग्रामीण के राजद विधायक ललित कुमार यादव को भी नामांकन करने के लिए कह दिया गया है। लालू परिवार के करीबी भोला यादव इसबार फिर हायाघाट से राजद के उम्मीदवार होंगे। सिवान से विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी और रघुनाथपुर से मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब राजद उम्मीदवार होंगे।
रघुनाथपुर के राजद विधायक हरिशंकर यादव ने ओसामा के लिए स्वयं दावा छोड़ने का प्रस्ताव दिया था। उनका कहना है कि मो. शहाबुद्दीन ने ही उन्हें विधायक बनाया था। उनके पुत्र के लिए स्वेच्छा से टिकट का त्याग कर रहे हैं।
राजद ने अभी पिछले चुनाव में दूसरे नम्बर पर रहे उम्मीदवारों के अलावा नए दावेदारों के बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया है। परबत्ता के जदयू के विधायक रहे डॉ. संजीव को नामांकन करने की अनुमति मिल गई है। वे कुछ दिन पहले राजद में शामिल हुए थे। |
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