मुख्यमंत्री के निर्देश पर लिवाड़ी गांव की गर्भवती को हेली सेवा से पहुंचाया गया हायर सेंटर। जागरण
संवाद सूत्र जागरण, पुरोला। मोरी के सुदूरवर्ती लिवाड़ी गांव की एक गर्भवती महिला के लिए हेली सेवा देवदूत साबित हुई, जिससे गर्भवती महिला को हायर सेंटर देहरादून पहुंचाया गया और उपचार शुरू होने से उसकी जान बचाई जा सकी। बीते सोमवार को कासला में सड़क बंद होने के चलते एक जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, गत चार माह से जखोल-बेंचा-फिताड़ी मोटरमार्ग बंद होने का खामियाजा पांच गांव के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। बीते सोमवार को कासला गांव की एक गर्भवती व उसके गर्भ में पल रहे शिशु की सड़क बंद होने के चलते मौत हो गयी थी। गत शुक्रवार को मोरी ब्लाक के सुदूरवर्ती लिवाड़ी गांव की गर्भवती रेनू देवी पत्नी सूरज सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई। चार माह से बंद मोटरमार्ग के चलते रेनू को भी समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी पहुंचना चुनौती बन गया।
तब गांव के दिनेश सिंह ने क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश लाल से संपर्क कर गर्भवती की तबीयत बिगड़ने की जानकारी देते हुए हेलीकाप्टर की मांग की, जिस पर विधायक ने मुख्यमंत्री को मामले से अवगत कराया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर तत्काल प्रशासन ने हेलीकाप्टर लिवाड़ी गांव भेजकर गर्भवती रेनू को हायर सेंटर देहरदून पहुंचाया। बता दें कि बीते सोमवार को कासला गांव की गर्भवती सुपारी देवी की सड़क बंद होने से प्रसव पीड़ा पर समय पर स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंच पाने के चलते गांव में ही मौत हो गई थी।
मलबा व पत्थर हटाकर जल्द शुरू करवाई जाएगी आवाजाही
पांच गांव की आवाजाही की सड़क बंद होने से शासन व प्रशासन पर भी सवाल खड़े हुए। इधर, क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश लाल का कहना है कि मौसम खुल गया है, जल्द ही मलबा व पत्थर हटाकर आवाजाही शुरू करवाई जाएगी। साथ ही भू-धंसाव प्रभावित 300 मीटर क्षेत्र में नए एलाइनमेंट पर जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को फिताड़ी, लिवाड़ी में चिकित्सकों की तैनाती व समय पर गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश दिए। |
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