शुक्रवार को राजगढ़ पुलिस की टीम नवजात शिशु की सकुशल बरामदगी में सफल रही।
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर)। गुरुवार को थाना राजगढ़ पर राजेश कुमार, पुत्र शिववरत, निवासी मटिहानी, थाना मड़िहान, जनपद मीरजापुर ने एक लिखित तहरीर दी। उन्होंने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ लोढ़ी जिला अस्पताल, सोनभद्र से नवजात शिशु (पुत्र) को लेकर घर लौट रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसी दौरान नदीहार बाजार में पूजा नाम की एक महिला उन्हें चकमा देकर नवजात शिशु को लेकर फरार हो गई। इस सूचना पर डायल-112 ने तुरंत मौके पर पहुंचकर खोजबीन शुरू की। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना राजगढ़ पर मु0अ0सं0-172/2025 धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
शुक्रवार को राजगढ़ पुलिस की टीम नवजात शिशु की सकुशल बरामदगी के लिए घोरावल की तरफ भ्रमण कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक सवार संदिग्ध महिला को नवजात शिशु के साथ पकड़ा गया। पूछताछ में महिला ने अपना नाम पूजा विश्वकर्मा, पत्नी संतोष विश्वकर्मा, निवासी बरईटोला, थाना घोरावल, जनपद सोनभद्र बताया। बाइक चालक ने अपना नाम दीनदयाल विश्वकर्मा, पुत्र राजेन्द्र विश्वकर्मा, निवासी रैपुरा, थाना शाहगंज, जनपद सोनभद्र बताया।
महिला के पास से बरामद नवजात शिशु को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया। गिरफ्तार आरोपियों दीनदयाल विश्वकर्मा और पूजा विश्वकर्मा के खिलाफ पंजीकृत मु0अ0सं0-172/2025 धारा 137(2), 143(2) बीएनएस में नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए उन्हें मा0 न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही मौके से बरामद बाइक को सीज कर दिया गया।
इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए न केवल नवजात शिशु को सुरक्षित बरामद किया, बल्कि आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस की इस तत्परता की स्थानीय लोगों ने सराहना की है।
राजगढ़ पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी कहा है कि वे इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई करेंगे और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस प्रकार, राजगढ़ पुलिस ने एक बार फिर साबित किया है कि वे नागरिकों की सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं और किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए तत्पर हैं। इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि समाज में जागरूकता और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है, ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके। |