नई दिल्ली। दिवाली आने में बस कुछ ही दिनों का वक्त रह गया है। इस समय सोने और चांदी की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है। इसलिए इस समय कीमत भी अपने चरम सीमा पर है। एमसीएक्स (Mutli Commodity Exchange) ने साल 2012 से अब तक के सभी रिकॉर्ड जारी किए हैं। इसमें ये बताया गया है कि साल 2012 से अब तक दिवाली में सोने का भाव कितना कम और ज्यादा हुआ है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एमसीएक्स ने जो आंकड़े साझा किए हैं, वे काफी चौंकाने वाले हैं। हमने नीचे एक लिस्ट दी है। इस लिस्ट को देखकर आप आसानी से समझ सकते हैं कि साल 2012 से अब तक दिवाली में सोने का भाव कितना है। इसके साथ ही इसमें कितनी बढ़ोतरी है।
दिवाली में सोने ने कितना दिया रिटर्न?
तारीख | कीमत | कितना बदलाव | कितना चेंज (%) | 13 नवंबर 2012 | 31,719 रुपये | 4149 | 15.05 | 3 नवंबर 2013 | 29,871 रुपये | -1848 | -5.83 | 23 अक्टूबर 2014 | 27,125 रुपये | -2746 | -9.19 | 11 नवंबर 2015 | 25,490 रुपये | -1635 | -6.03 | 30 अक्टूबर 2016 | 30,057 रुपये | 4567 | 17.92 | 19 अक्टूबर 2017 | 29,679 रुपये | -378 | -1.26 | 7 नवंबर 2018 | 31,589 रुपये | 1910 | 6.44 | 27 अक्टूबर 2019 | 38,293 रुपये | 6704 | 21.22 | 14 नवंबर 2020 | 50,986 रुपये | 12,693 | 33.15 | 4 नवंबर 2021 | 47553 रुपये | -3433 | -6.73 | 24 अक्टूबर 2022 | 50580 रुपये | 3027 | 6.37 | 12 नवंबर 2023 | 59752 रुपये | 9172 | 18.13 | 31 अक्टूबर 2024 | 78430 रुपये | 18,678 | 31.26 | 8 अक्टूबर 2025 | 123000 रुपये | 44,570 | 74.59 |
ऊपर दी गए डेटा से समझ सकते हैं कि साल 2025 में सोने में लगभग 75 फीसदी का उछाल आया है। ये पिछले साल के मुकाबले डबल से भी ज्यादा है। ये बढ़ोतरी बहुत ही अधिक और डरावनी भी है। सोने में इतनी बढ़ोतरी निवेशकों की डर को दर्शाता है।
क्यों हो रही है बढ़ोतरी?
कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि सोने चांदी की अगर बात करें तो हमने ये साल एक जबरदस्त तेजी आते हुए देखी। 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ आने के बाद से ही हम देख रहे हैं कि कहीं ना कहीं सोने और चांदी में बढ़ा उछाल आया । इससे पहले ग्लोबल टेंशन के चलते सेंट्रल बैंक भारी मात्रा में खरीद रहा था और अब निवेशक ईटीएफ में ज्यादा से ज्यादा पैसा लगा रहा है।
इन सभी से ही सोने को स्पोर्ट मिल रहा है। हालांकि अब दिवाली का माहौल है। इसलिए मांग बढ़ने से सोने और चांदी आए दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है।
ऐसा देखा गया है कि कमोडिटी में इतनी ज्यादा उछाल के बाद एक गिरावट या करेक्शन आती ही है।
क्या अब आएगी गिरावट?
कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि 1980 के बाद से टेक्निकल इंडिकेटर आरएसआई की बात करें तो ओवरबोर्ड दिखाई दे रहा है। इसका मतलब है कि सोने की खरीदारी ज्यादा की गई है। ऐसी स्थिति में सोने में गिरावट देखी जा सकती है।
अगर सोने का दाम गिरता नहीं है, तो सोने में एक टाइम करेक्शन दिखाई दे सकता है। टाइम करेक्शन का अर्थ है कि अगले चार-छह महीने अगर मार्केट में कोई बड़ी तेजी या बड़ी मंदी नहीं आए। वहीं सोना का दाम एक दायरे में रहें, इसे भी करेक्शन माना जा सकता है। अजय केडिया का मानना है कि दिवाली के बाद सोने का दाम 8 से 10 फीसदी तक गिर सकता है।
एसेट मैनेजमेंट कंपनी PACE 360 के को-फाउंडर अमित गोयल ने कहा कि सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बाद तीव्र गिरावट आ सकती है।
एक टीवी इंटरव्यू में अमित गोयल ने कहा, “सोने-चांदी की कीमतों में यह बहुत लंबे समय बाद देखा गया सबसे बड़ा उछाल है। पिछले 40 सालों में, केवल दो ऐसे मौके आए हैं जब गोल्ड और सिल्वर ने ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन किया हो, और डॉलर इंडेक्स या तो कमज़ोर रहा हो या नीचे जा रहा हो। हालांकि, इस तेजी के बाद इन दोनों ही मौकों पर सोने और चांदी में काफ़ी गिरावट आई।“
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद बिकवाली का एक ज़ोरदार दौर आ सकता है। आप सोने में 30-35% की गिरावट की उम्मीद कर सकते हैं। |