LHC0088 • 2025-10-10 05:36:31 • views 1071
संवाद सहयोगी, वृंदावन। बुलंदशहर के पालड़ा झाल पर सेंडीमेंटेशन टैकों की वार्षिक सफाई के लिए अपर गंगा कैनाल से मथुरा को मिलने वाली गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई है। सिचाई विभाग द्वारा अपर गंगा कैनाल की बजाय मंगलवार को मध्य गंगा से 40 प्रतिशत गंगाजल की आपूर्ति मथुरा को मिल सकी। अब नगर निगम के 14 वार्डाेे में पीने को 20 अक्टूबर दिवाली के त्योहार तक गंगाजल पूर्व की तरह पर्याप्त नहीं मिलेगा। इससे दो लाख 70 हजार लोग प्रभावित होंगे।
यमुना में आई बाढ़ के बाद अपर गंगा कैनाल से बुलंदशहर के पालड़ा झाल पर बने सेंडीमेंटेशन टैंकों वार्षिक सफाई कार्य सिंचाई विभाग द्वारा सात अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक किया जाएगा। बाढ़ के दौरान टेंकों में जमी गाद की सफाई के कारण मथुरा को मिलने वाली 10 क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति मंगलवार को 40 प्रतिशत मिल सकी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सिंचाई विभाग द्वारा अपर गंग नगर से मथुरा को मिलने वाली गंगाजल की आपूर्ति बंद होने पर मध्य गंगा आंशिक गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है। इससे मथुरा को 40 प्रतिशत ही गंगाजल मिल रहा हैै। नगर निगम द्वारा गंगाजल की आपूर्ति मथुरा-वृंदावन के 14 वार्डों में होती है। इनमें मथुरा जोन के वार्ड 5, 42, 47, 14, 68, 20, 30, 31, 18, 22, 23, 45 एवं वृंदावन जोन के 34 के घरों में गंगाजल की आपूर्ति की जाती है।
गंगाजल की पर्याप्त आपूर्ति न मिलने से लगभग दो लाख 70 हजार लोग प्रभावित होंगे। पालड़ा झाल की सफाई के दौरान मथुरा में पेयजल संकट से निपटने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। गंगाजल आपूर्ति वाले क्षेत्रों में नगर निगम नलकूपों को तीन घंटे अतिरिक्त संचालित कर पेयजल आपूर्ति करेगा। इसके लिए नगर निगम जलकल के महाप्रबंधक ने सभी नलकूप संचालकों को निर्देश दिए हैं।
नगर निगम के महाप्रबंधक जलकल मोहम्मद अनवर ख्वाजा ने बताया कि मथुरा को बुलंदशहर के पालड़ा झाल स्थित सेंडीमैंटेशन टेंक की वार्षिक सफाई कार्य के कारण वहां से मिलने वाली गंगाजल की आपूर्ति 20 अक्टूबर तक बंद रहेगी। इस दौरान अपर गंगा कैनाल के बजाय मध्य गंगा से आंशिक गंगाजल की आपूर्ति मथुरा को मिलेगी। 20 अक्टूबर के बाद पुनः गंगाजल आपूर्ति बहाल की जाएगी। इस बीच सभी नलकूपों को 3-3 घंटे अतिरिक्त चलाकर एवं 42 टेंकरों के माध्यम से गंगाजल आपूर्ति वाले क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसे लेकर सभी तैयारी नगर निगम द्वारा पूरी कर ली गई हैं। |
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